मसूड़ों में सूजन क्यों आती है? जानिए इसके कारण, बचाव और आसान घरेलू उपाय
Lifeberrys Hindi June 21, 2025 10:42 PM

मसूड़ों की सूजन एक आम लेकिन अनदेखी की जाने वाली समस्या है, जो अक्सर हमारे मुंह की साफ-सफाई या खानपान की लापरवाही का नतीजा होती है। जब मुंह की स्वच्छता में कमी आती है, तो यह एक चेतावनी संकेत बनकर सामने आता है — मसूड़ों में सूजन और ब्लीडिंग। अगर इसे समय रहते गंभीरता से न लिया जाए, तो यह पायरिया जैसी बड़ी दिक्कत में बदल सकती है। इसलिए जरूरी है कि इस छोटी सी परेशानी को नजरअंदाज न किया जाए।

क्या है जिंजिवाइटिस और कैसे बढ़ता है जोखिम?

मसूड़ों में सूजन को मेडिकल भाषा में जिंजिवाइटिस कहा जाता है। इस स्थिति में मसूड़े फूल जाते हैं, उनमें दर्द होता है और ब्रश करते समय खून भी निकल सकता है। समय के साथ अगर ध्यान न दिया जाए, तो यह पायरिया जैसी जटिल बीमारी में तब्दील हो सकता है, जिससे मसूड़े कमजोर होकर दांतों को सहारा देना छोड़ देते हैं और दांत हिलने लगते हैं।

# मसूड़ों में सूजन आने के मुख्य कारण क्या हैं?

1. दांतों की ठीक से सफाई न करना:
सुबह-शाम ब्रश न करने या गलत तकनीक से ब्रश करने के कारण दांतों पर प्लाक जमता है, जिससे मसूड़ों में इंफेक्शन होने लगता है।

2. जिंजिवाइटिस (Gingivitis): अगर मसूड़ों में सूजन और खून आना नजर आए, तो यह जिंजिवाइटिस का संकेत हो सकता है, जो मुंह में बैक्टीरिया के बढ़ने से होता है।

3. विटामिन सी की कमी: विटामिन C की कमी से स्कर्वी जैसी बीमारी हो सकती है, जो मसूड़ों को कमजोर बना देती है।

4. दांतों में खाना फंसना: अगर दांतों में गैप हो और खाना फंसा रह जाए, तो वह सड़कर बैक्टीरिया को जन्म देता है।

5. धूम्रपान और तंबाकू सेवन: इन आदतों से न सिर्फ मुंह में दुर्गंध आती है, बल्कि मसूड़ों की सेहत पर भी बुरा असर पड़ता है।

# मसूड़ों की सूजन से कैसे बचा जा सकता है?

मसूड़ों की सेहत को नजरअंदाज करना आगे चलकर गंभीर दांतों की समस्याओं को जन्म दे सकता है। अगर शुरुआत से ही थोड़ी सतर्कता बरती जाए, तो आप इस परेशानी से बच सकते हैं। नीचे दिए गए उपायों को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाकर आप मसूड़ों को मजबूत और स्वस्थ रख सकते हैं।

दिन में दो बार सही तरीके से ब्रश करें

सुबह उठने के बाद और रात को सोने से पहले ब्रश करना एक अच्छी आदत है। इससे दांतों पर प्लाक नहीं जमता और मसूड़ों में संक्रमण की संभावना कम होती है।

हर भोजन के बाद कुल्ला या डेंटल फ्लॉस का इस्तेमाल करें

खाने के बाद अगर आप कुल्ला करते हैं या डेंटल फ्लॉस का इस्तेमाल करते हैं, तो दांतों के बीच फंसे खाद्य कण साफ हो जाते हैं जो बैक्टीरिया बनने का कारण बनते हैं।

जंक और प्रोसेस्ड फूड से दूरी बनाएं

ऐसे खाद्य पदार्थ दांतों और मसूड़ों के लिए नुकसानदायक होते हैं। इनसे मसूड़ों में सूजन और संक्रमण बढ़ सकता है।

धूम्रपान और तंबाकू का सेवन पूरी तरह बंद करें

इन आदतों से न सिर्फ दांत खराब होते हैं, बल्कि मसूड़ों में ब्लड सर्कुलेशन भी प्रभावित होता है, जिससे सूजन और पायरिया जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं।

साल में कम से कम दो बार डेंटिस्ट से चेकअप कराएं

नियमित डेंटल चेकअप से शुरुआती समस्याओं का समय रहते पता लगाया जा सकता है और उनका इलाज किया जा सकता है।

विटामिन-C युक्त फल खाएं

जैसे आंवला, संतरा, कीवी आदि। ये मसूड़ों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं और इंफेक्शन से लड़ने की क्षमता बढ़ाते हैं।

सॉफ्ट ब्रश का इस्तेमाल करें

हार्ड ब्रश से मसूड़े कट सकते हैं या उनमें चोट लग सकती है। इसलिए मुलायम ब्रश से धीरे-धीरे और हल्के हाथों से ब्रश करें।

# मसूड़ों की सूजन कम करने के आसान घरेलू उपाय

अगर आपको पहले से ही मसूड़ों में सूजन है, तो नीचे दिए गए प्राकृतिक और प्रभावशाली घरेलू नुस्खे आजमा सकते हैं:

नमक वाले गुनगुने पानी से कुल्ला करें

दिन में दो से तीन बार ऐसा करने से संक्रमण और सूजन में राहत मिलती है। नमक एंटीसेप्टिक की तरह काम करता है।

लौंग के तेल से मसाज करें

लौंग का तेल प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल और दर्द निवारक गुणों से भरपूर होता है। इससे हल्के हाथों से मसूड़ों की मालिश करें।

हल्दी और सरसों के तेल का लेप


हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, और सरसों का तेल मसूड़ों को मजबूती देता है। इन दोनों को मिलाकर मसूड़ों पर हल्की मसाज करें।

नींबू पानी से कुल्ला

गुनगुने पानी में नींबू का रस मिलाकर दिन में दो बार कुल्ला करने से भी सूजन में राहत मिलती है। नींबू में मौजूद विटामिन C मसूड़ों के लिए बेहद फायदेमंद होता है।

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