एसी पानी का उपयोग: अगर आपके घर में पौधे या गमले हैं, तो AC से निकला पानी उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं है. यह पानी पौधों को नुकसान नहीं पहुंचाता और आप इसे सीधे गमलों या बगीचे में डाल सकते हैं.
गर्मियों में जब पानी की किल्लत बढ़ जाती है, ऐसे समय में इस विकल्प से सिंचाई के लिए ताजगी बनी रहती है और बर्बादी भी रुकती है.
घर के फर्श, खिड़कियों या फर्नीचर की सफाई के लिए अगर आप रोज़ाना साफ पानी का इस्तेमाल करते हैं, तो अब आप इसकी जगह AC के पानी का उपयोग कर सकते हैं.
यह पानी न केवल साफ होता है, बल्कि पर्यावरण के प्रति आपकी ज़िम्मेदारी भी दर्शाता है. इससे दैनिक पानी की खपत में कमी आती है.
गर्मी के दिनों में कई लोग हफ्ते में 1-2 बार कार धोते हैं, जिसमें भारी मात्रा में पानी खर्च होता है. ऐसे में AC से निकला पानी कार वॉशिंग के लिए बेहतरीन विकल्प बन सकता है.
इससे मीठे पानी की बचत होगी और जल संकट के समय में आपकी एक छोटी पहल बड़ा फर्क ला सकती है.
गर्मी के मौसम में कूलर को ठंडा बनाए रखने के लिए बार-बार पानी भरना पड़ता है. ऐसे में AC का पानी, जो पहले से ही ठंडा होता है, कूलर में इस्तेमाल किया जा सकता है.
इससे पीने योग्य पानी की बचत होती है, जिसे आमतौर पर कूलर में डाला जाता है, और ठंडक भी बनी रहती है.
कुछ लोग AC के पानी को इनवर्टर या कार की बैटरी में डालने के बारे में सोचते हैं क्योंकि इसकी प्रकृति डिस्टिल्ड वाटर जैसी लगती है.
हालांकि विशेषज्ञों के अनुसार, AC का पानी केवल इमरजेंसी में ही बैटरी में इस्तेमाल करें, क्योंकि इसका बार-बार उपयोग बैटरी की कार्यक्षमता घटा सकता है. बेहतर है कि डिस्टिल्ड वॉटर का ही उपयोग किया जाए.
आज जब जल संकट तेजी से बढ़ रहा है, ऐसे में अगर आप AC के पानी को फेंकते हैं, तो यह एक मूल्यवान संसाधन की बर्बादी है. इसकी हर बूंद का सही उपयोग करना न केवल पर्यावरण के लिए अच्छा है, बल्कि यह आपकी जिम्मेदार उपभोक्ता की पहचान भी दर्शाता है.