एक ऐसा दावा जिसने पूरी दुनिया में सनसनी फैला दी है और तीसरे विश्व युद्ध की आशंका को हवा दे दी है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इशारा किया है कि अमेरिका और इजरायल मिलकर ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों पर बमबारी कर रहे हैं।
हालांकि, यह अभी तक सिर्फ एक दावा है और इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन इस एक बयान ने मध्य-पूर्व को एक ऐसे युद्ध के मुहाने पर लाकर खड़ा कर दिया है, जिसकी आग पूरी दुनिया को झुलसा सकती है। यह सिर्फ एक हमला नहीं, बल्कि एक ऐसी जंग की शुरुआत हो सकती है, जिससे वैश्विक राजनीति, अर्थव्यवस्था और शांति पूरी तरह से तबाह हो सकती है।
ट्रंप ने क्या कहा?
ट्रंप ने साफ तौर पर कहा कि “हम अभी ईरान पर बमबारी कर रहे हैं।” उन्होंने आगे बताया कि तीन ठिकानों को निशाना बनाया गया है। यह बयान दिखाता है कि अगर ट्रंप सत्ता में वापस आते हैं, तो वे ईरान के प्रति कितनी आक्रामक नीति अपना सकते हैं।
इस दावे का मतलब क्या है?
अगर इस दावे में ज़रा भी सच्चाई है, तो इसका मतलब है कि अमेरिका और इजरायल ने ईरान की ‘रेड लाइन’ को पार कर दिया है।
बदले की कार्रवाई: ईरान इस हमले का चुपचाप बैठकर तमाशा नहीं देखेगा। वह मिसाइलों, ड्रोनों और अपने प्रॉक्सी गुटों (जैसे हिजबुल्लाह और हूती) के जरिए इजरायल और मध्य-पूर्व में मौजूद अमेरिकी ठिकानों पर पलटवार कर सकता है।
तेल का संकट: जंग की स्थिति में होर्मुज जलडमरूमध्य बंद हो सकता है, जहाँ से दुनिया का एक बड़ा हिस्सा तेल प्राप्त करता है। इससे तेल की कीमतें आसमान छूने लगेंगी और दुनिया भर में महंगाई बढ़ जाएगी।
वैश्विक ध्रुवीकरण: यह युद्ध दुनिया को दो खेमों में बांट सकता है, जहाँ रूस और चीन जैसे देश ईरान का समर्थन कर सकते हैं।
फिलहाल, पूरी दुनिया सांसें रोके हुए इस खबर की पुष्टि का इंतजार कर रही है। यह सिर्फ एक राजनीतिक बयान भी हो सकता है, लेकिन इसने यह जरूर दिखा दिया है कि मध्य-पूर्व बारूद के एक ऐसे ढेर पर बैठा है, जिसमें एक चिंगारी भी सब कुछ तबाह कर सकती है।