ईरान की सरकारी मीडिया ने देश के राष्ट्रीय परमाणु सुरक्षा प्रणाली केन्द्र के बयान का हवाला देते हुए खबर दी है कि विकिरण का पता लगाने वाले उपकरणों ने हमलों के बाद कोई रेडियोधर्मी उत्सर्जन नहीं पाया। बयान में कहा गया है कि इन स्थलों के आसपास रहने वाले निवासियों को कोई खतरा नहीं है।
इससे पहले ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन ने एक बयान जारी कर कहा कि ईरान का परमाणु ऊर्जा संगठन राष्ट्र को आश्वासन देता है कि अपने दुश्मनों की बुरी साजिशों के बावजूद वह अपने हजारों क्रांतिकारी और प्रतिबद्ध वैज्ञानिकों एवं विशेषज्ञों के प्रयासों से उठ खड़ा होगा।
इससे पहले ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी ‘इरना’ ने अपनी एक खबर में देश के फोर्डो परमाणु केन्द्र पर हमले की बात स्वीकार की थी। समाचार एजेंसी ने कहा कि हमलों में इस्फहान और नतांज परमाणु केन्द्र को निशाना बनाया गया। इरना ने इस्फहान में सुरक्षा मामलों के प्रभारी उप-गवर्नर अकबर सालेही के हवाले से कहा कि परमाणु केन्द्रों के आसपास हमले हुए हैं। हालांकि उन्होंने इस बारे में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी।
ईरान के कोम प्रांत से जारी एक बयान का हवाला देते हुए इरना ने कहा कि कुछ घंटे पहले कोम हवाई सुरक्षा सक्रिय हुई और शत्रुतापूर्ण लक्ष्यों की पहचान की गई। उसी दौरान फोर्डो परमाणु केन्द्र के एक हिस्से पर दुश्मनों ने हमला किया। ALSO READ: ईरानी परमाणु केंद्रों पर अमेरिकी हमले के बाद बोले नेतन्याहू, शक्ति से ही शांति आती है
ईरान की अर्द्ध-सरकारी समाचार एजेंसी ‘तस्नीम’ ने कोम में एक प्रांतीय अधिकारी के हवाले से कहा कि हवाई सुरक्षा ने फोर्डो परमाणु केन्द्र के आसपास के क्षेत्र को निशाना बनाकर किए गए हमले के जबाव में हमला किया। हालांकि एजेंसी ने कोई अन्य जानकारी नहीं दी। माना जाता है कि समाचार एजेंसी ‘तस्नीम’ देश के अर्द्धसैनिक बल रिवोल्यूशनरी गार्ड के पक्ष वाली है। समाचार एजेंसी ‘फार्स’ ने एक अन्य अधिकारी के हवाले से कहा कि इस्फहान के पास गोलीबारी और विस्फोटों की आवाज़ सुनी गई।
ट्रंप की ईरान को चेतावनी : इधर परमाणु केंद्रों को तबाह करने के बाद ट्रंप ने ईरान को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर ईरान ने पलटवार के बारे में सोचा तो उसे अंजाम भुगतना होगा। भविष्य के हमले और ज्यादा घातक होंगे।
क्या बोले UN महासचिव : संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा है कि वह ईरान के परमाणु केन्द्रों पर अमेरिका के बम हमलों से बेहद चिंतित हैं। गुतारेस ने एक बयान में कहा कि इस बात का जोखिम है कि यह संघर्ष तेजी से नियंत्रण से बाहर हो सकता है जिसके नागरिकों, क्षेत्र और दुनिया के लिए विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस जोखिम भरे वक्त में यह अहम है कि हम अराजकता के चक्र से बचें। संयुक्त राष्ट्र महासचिव मुद्दे के कूटनीतिक समाधान का आह्वान किया।
edited by : Nrapendra Gupta