-तीसरी राष्ट्रीय तीरंदाजी चैम्पियनशिप का शुभारम्भ
हरिद्वार, 22 जून (Udaipur Kiran) । लक्ष्य ही व्यक्ति को जीवन में कर्म करने के लिए तत्पर बनाता है। बिना लक्ष्य के जीवन अस्तित्वहीन है, जिसमें भारतीय संस्कृति सदैव सक्रिय जीवन एवं कर्मशील बनने की प्रेरणा देती है। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. शिवकुमार चौहान ने तीरंदाजी की तीसरी राष्ट्रीय चैम्पियनशिप के शुभारम्भ अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि यह उद्गार व्यक्त किये।
एचीवर्स होम पब्लिक स्कूल प्रांगण मे रामजी की फाउन्डेशन के तत्वावधान में तीरंदाजी अंडर-14 तथा जूनियर बालक एवं बालिका वर्ग मे आयोजित चैम्पियनशिप का शुभारम्भ किया गया। प्रतियोगिता का शुभारम्भ भगवान राम के चित्र पर माल्यापर्ण एवं वैदिक मत्रोच्चार से आरम्भ हुआ।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में डॉ. शिवकुमार चौहान ने कहा कि रामायण जैसा मर्यादित एवं दिव्य महाकाव्य मनुष्य के सम्पूर्ण जीवन का सजीव चित्रण है। जिसके माध्यम से जीवन में विभिन्न पड़ाव पर आने वाली समस्याओं एवं उनका मर्यादित समाधान है। गुरूकुल में तीरंदाजी की कुशलता से ही भगवान राम ने वनवास अवधि के दौरान इस विद्या का उपयोग करते हुए अनेक राक्षसों का संहार किया। तीरंदाजी जैसी विद्या से आज भौतिक युग मे बेटियों को आत्म निर्भर एवं सुरक्षित बनाने में मदद मिलना सम्भव है, वहीं खेल के रूप में बेहतर कुशलता एवं समर्पण भाव से जुडे़ रहने पर उत्तम कैरियर बनाने की भी अपार सम्भावनाएं है।
विशिष्ट अतिथि एवं अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा, हरिद्वार के जिलाध्यक्ष शेखर राणा ने कहा कि देवभूमि मे खिलाड़ियों को तीरंदाजी मे प्रतिभाग करने तथा मां गंगा का आशीर्वाद प्राप्त करने का पवित्र अवसर प्राप्त हुआ है। सभी खिलाड़ी अपनी योग्यता तथा परिश्रम से अपने लक्ष्य को प्राप्त करने मे सफल होगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी नरेन्द्र चौहान ने करते हुए कहा कि देश तथा समाज की वर्तमान स्थिति मे लड़के तथा लड़कियों को तीरंदाजी को एक उपयोगी विकल्प के रूप मे अपनाना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन करते हुए आयोजक मंडल के सचिव रमेश सेमवाल ने बताया कि इस चैम्पियनशिप मे झारखंड, छतीसगढ, असाम, त्रिपुरा, कर्नाटक, तमिलनाडू, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, जम्मू, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड सहित 13 राज्यों की टीमे प्रतिभाग कर रही हैं। आयोजन समिति के निदेशक कुलदीप सिंह चौहान ने बताया कि 25 जून तक तीरंदाजी की इस नेशनल चैम्पियनशिप मे सभी वर्गों में पुरूष तथा महिला दोनो वर्गों में इवेन्ट आयोजित किये जा रहे हैं। रामजी की फेडरेशन के द्वारा हरिद्वार में तीसरी बार नेशनल चैम्पियनशिप आयोजित की जा रही है।
इस अवसर पर प्रेम सिंह राणा, सुशील पुंडीर, अजय चौहान, रक्षित चौहान, अवर अभियंता गौरव राणा, कोच, मैनेजर एवं अभिभावकगण उपस्थित रहे। आयोजक मंडल द्वारा सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न के साथ प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर आभार ज्ञापित किया।
—————
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला