दिल्ली मौसम अद्यतन: राजधानी दिल्ली में रविवार को अधिकतम तापमान सामान्य से कम दर्ज किया गया, लेकिन नमी की अधिकता के कारण पूरे दिन उमस से लोग परेशान रहे. मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, अगले दो दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश और तेज हवाओं के साथ आंधी की संभावना है.
इसके चलते 23 और 24 जून के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. इस बीच, दिल्ली से मॉनसून अब महज कुछ ही दूरी पर है, और इसके अगले एक-दो दिनों में पहुंचने की संभावना जताई जा रही है.
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि सोमवार और मंगलवार को राजधानी में विभिन्न इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. इसके साथ ही तेज हवाएं 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है, जिससे तापमान में गिरावट आने की उम्मीद है.
सोमवार को अधिकतम तापमान 33 से 35 डिग्री सेल्सियस और मंगलवार को 34 से 36 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है. वहीं न्यूनतम तापमान 25 से 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा.
इस दौरान बादल छाए रहने, हल्की बूंदाबांदी, आंधी और बिजली चमकने के आसार भी हैं.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) द्वारा रविवार को जारी किए गए मॉनसून मैप में यह स्पष्ट रूप से देखा गया कि देश के अधिकतर हिस्सों में मॉनसून सक्रिय हो चुका है.
अब केवल यूपी के कुछ हिस्से, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली ऐसे क्षेत्र हैं, जहां अभी मॉनसून की पूर्ण पहुंच नहीं हुई है. लेकिन अगले एक से दो दिन में इन इलाकों में भी मॉनसून छा जाने की पूरी संभावना है.
रविवार को दिल्ली में घने बादल तो छाए रहे लेकिन तेज बारिश नहीं हुई, जिसके चलते गर्मी से राहत तो मिली, लेकिन उमस ने लोगों को परेशान कर दिया.
सफदरजंग वेधशाला में अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2.4 डिग्री कम है. वहीं न्यूनतम तापमान 28.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 0.4 डिग्री अधिक है.
रिज इलाके में अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 6.7 डिग्री कम रहा.
आर्द्रता का स्तर 83 से 65 प्रतिशत के बीच रहा, जिसने वातावरण को भारी उमस भरा और चिपचिपा बना दिया.
येलो अलर्ट का मतलब है कि मौसम में हल्के बदलाव हो सकते हैं, जो जनजीवन को प्रभावित कर सकते हैं. खासकर तेज हवाएं, हल्की बारिश, आंधी और बिजली गिरने जैसे खतरे से नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है.
विभाग ने लोगों से खुले में पेड़ के नीचे खड़े होने से बचने, सड़क यात्रा में सावधानी बरतने और जरूरी न होने पर घर में रहने की अपील की है.
जैसे-जैसे मॉनसून नजदीक आ रहा है, राजधानी में बादलों की मौजूदगी बढ़ेगी, और बारिश की गतिविधियां और तेज हो सकती हैं.
इससे न केवल तापमान में कमी आएगी, बल्कि पेयजल, पर्यावरण और खेती के नजरिए से भी राहतभरी स्थिति बन सकती है.