Eppeltone Engineers IPO का GMP कर रहा है पैसों की बारिश का इशारा, निवेशकों की हो सकती है चांदी, जानें शेयर की अनुमानित लिस्टिंग प्राइस

एप्पेलटोन इंजीनियर्स लिमिटेड (Eppeltone Engineers IPO) का आईपीओ (IPO) 19 जून को बंद हुआ। इस इश्यू के जरिये कंपनी ने 43.96 करोड़ रुपये जुटाने की प्लानिंग की थी और यह 34.34 लाख शेयरों का पूरी तरह से फ्रेश इश्यू है। शेयर अलॉटमेंट प्रोसेस जारी है और कंपनी के शेयर 24 जून को NSE SME पर लिस्ट होंगे।
जीएमपी दे रहा है बंपर मुनाफे का इशाराएप्पेलटोन इंजीनियर्स लिमिटेड के आईपीओ का प्राइस बैंड 125 रुपये से 128 रुपये प्रति शेयर था। बाजार विश्लेषकों के अनुसार अनलिस्टेड मार्केट में Eppeltone Engineers IPO GMP 83 रुपये है, जो कैप प्राइस की तुलना में 64.8 प्रतिशत अधिक है। कैप प्राइस और वर्तमान जीएमपी के संकेत मिलता है कंपनी के शेयर 211 रुपये पर लिस्ट हो सकते हैं और निवेशकों को बंपर मुनाफा हो सकता है। हालांकि जीएमपी एक संकेत मात्र है और तेजी से बदलाव के अधीन है।
Eppeltone Engineers आईपीओ का उच्चतम जीएमपी स्तर पर पहुंच चुका है। इश्यू खुलने वाले दिन जीएमपी 65 रुपये रहा था, इसके बाद जीएमपी नीचे आया है, लेकिन अब इसने फिर छलांग लगाई है। वैसे, ग्रे मार्केट में इस इश्यू ने खुलने के पहले से ही धमाल मचाया हुआ था और इसका फायदा सब्सक्रिप्शन पर नजर आया।
एप्पेलटोन इंजीनियर्स आईपीओ सब्सक्रिप्शन स्टेटसइस एसएमई आईपीओ को निवेशकों की ओर से बंपर रिस्पॉन्स मिला। यह कुल मिला कर 296.34 गुना सब्सक्राइब हुआ। रिटेल कैटेगरी में 248.04 गुना, एनआईआई कैटेगरी में 627.28 गुना और क्यूआईबी कैटेगरी में 132.23 गुना सब्सक्रिप्शन मिला।
अन्य विवरण
Eppeltone Engineers Limited इलेक्ट्रॉनिक एनर्जी मीटर, खासकर स्मार्ट मीटर और पावर कंडीशनिंग डिवाइस के निर्माण में विशेषज्ञता रखती है। कंपनी का प्रोडक्ट पोर्टफोलियो काफी विविध है, जिसमें AVR, MCBs, ट्रांसड्यूसर, UPS सिस्टम, और हाई-ग्रेड चार्जर शामिल हैं। इसके मुख्य उत्पादों में स्टैटिक वाट ऑवर मीटर, स्मार्ट मीटर, वाटर मीटर, BPL किट, LED ल्यूमिनरीज़, बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम, UPS सिस्टम, चार्जर और पैक आदि शामिल हैं।
कंपनी मुख्य रूप से B2B सेगमेंट में काम करती है और अपने अधिकांश उत्पाद और सेवाएं सरकारी एजेंसियों को प्रदान करती है। इसके अलावा यह कुछ उत्पाद प्राइवेट सेक्टर को भी सप्लाई करती है, जिसमें विभिन्न इंडस्ट्रीज़, कमर्शियल और घरेलू ग्राहक शामिल हैं।
कंपनी इस फंड का सबसे बड़ा हिस्सा अपनी वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने के लिए इस्तेमाल करेगी। इसके अलावा कुछ राशि फैक्ट्री में अतिरिक्त मशीनरी की स्थापना के लिए पूंजीगत व्यय (कैपिटल एक्सपेंडिचर) पर खर्च की जाएगी। इसके साथ ही राशि का कुछ हिस्सा सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों और आईपीओ से संबंधित खर्चों को पूरा करने के लिए किया जाएगा।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)