स्कूल टाइमिंग चेंज: बिहार सरकार ने राज्य के सभी सरकारी स्कूलों के समय में बड़ा बदलाव किया है. 23 जून 2025 से नया टाइम टेबल लागू किया जाएगा, जो राज्य के 81,000 से अधिक प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में लागू होगा. अब तक लागू गर्मी का विशेष समय समाप्त हो रहा है, और स्कूल सुबह 9:30 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक संचालित होंगे.
माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने जारी किया आदेश
बिहार के माध्यमिक शिक्षा निदेशक की ओर से सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को एक आधिकारिक पत्र जारी किया गया है, जिसमें 23 जून से लागू होने वाले नए स्कूल समय की जानकारी दी गई है. इस नए आदेश के अनुसार, अब सभी सरकारी स्कूल निर्धारित नियमित समय पर संचालित होंगे.
पहले गर्मी के कारण बदला गया था समय
गर्मी के अत्यधिक प्रभाव को देखते हुए राज्य सरकार ने 7 अप्रैल से 1 जून 2025 तक एक विशेष समय सारणी लागू की थी. उस दौरान सभी स्कूल सुबह 6:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक खुलते थे. इस व्यवस्था में प्रार्थना और कक्षाओं का समय भी पूर्व निर्धारित था.
उस दौरान कक्षाएं कुछ इस प्रकार संचालित होती थीं:
प्रार्थना: सुबह 6:30 से 7:00 बजे
पहली घंटी: 7:00 से 7:40 बजे
दूसरी घंटी: 7:40 से 8:20 बजे
तीसरी घंटी: 8:20 से 9:00 बजे
चौथी घंटी: 9:40 से 10:20 बजे
पाँचवीं घंटी: 10:20 से 11:00 बजे
छठी घंटी: 11:00 से 11:40 बजे
सातवीं घंटी: 11:40 से 12:20 बजे
2 जून से 22 जून तक थी गर्मी की छुट्टियां
1 जून के बाद, राज्य सरकार ने 2 जून से 22 जून 2025 तक स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां घोषित की थीं. यह निर्णय गर्मी के तीव्र प्रभाव को ध्यान में रखते हुए लिया गया था ताकि छात्रों और शिक्षकों को राहत मिल सके. अब इन छुट्टियों के समाप्त होने के साथ ही नया टाइम टेबल भी प्रभावी हो गया है.
नया टाइम टेबल 23 जून से लागू
अब 23 जून से नया समय सारणी लागू की गई है, जिसके तहत स्कूल सुबह 9:30 बजे से शाम 4:00 बजे तक संचालित होंगे. यह समय राज्य के सभी प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक सरकारी स्कूलों में एक समान रूप से लागू होगा. इससे छात्रों की पढ़ाई की निरंतरता बनी रहेगी और शैक्षणिक कैलेंडर का पालन भी सुनिश्चित होगा.
नए शेड्यूल से छात्रों और शिक्षकों को क्या मिलेगा फायदा?
छात्रों को अधिक समय तक कक्षाएं मिलने से उनकी तैयारी बेहतर होगी.
गर्मी के चरम समय से बचकर अब पढ़ाई अपेक्षाकृत अनुकूल मौसम में होगी.
शिक्षकों को भी अब बेहतर समय-संचालन के साथ शिक्षण प्रक्रिया चलाने में सुविधा मिलेगी.
दोपहर के समय भी शैक्षणिक गतिविधियां सुचारु रूप से संचालित की जा सकेंगी.