इन दिनों, पीसीओडी (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) एक आम समस्या बन गई है, जो कई महिलाओं और युवतियों को प्रभावित कर रही है। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें ओवुलेशन की कमी के कारण गर्भधारण में कठिनाई होती है। गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. आस्था दयाल ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें उन्होंने बताया है कि पीसीओडी से ग्रस्त महिलाएं भी प्राकृतिक तरीके से गर्भधारण कैसे कर सकती हैं। यदि आप भी इस समस्या से जूझ रही हैं, तो डॉ. द्वारा दिए गए सुझावों का पालन करना महत्वपूर्ण है।
डॉ. आस्था ने बताया कि पीसीओडी को नियंत्रित करने और गर्भधारण की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए सबसे पहले अपनी डाइट पर ध्यान देना आवश्यक है। जंक फूड से बचें और उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थों जैसे आटा, चावल और आलू का सेवन कम करें।
डॉक्टर के अनुसार, प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करना बेहद जरूरी है। इससे प्रजनन क्षमता में सुधार होगा और ओवुलेशन समय पर होगा।
डॉ. आस्था ने रोजाना कम से कम 45 मिनट व्यायाम करने की सलाह दी है, जिसमें स्ट्रेंथ ट्रेनिंग भी शामिल होनी चाहिए। इसके अलावा, पर्याप्त नींद लेना और तनाव से दूर रहना भी आवश्यक है।
डॉक्टर ने बताया कि पीसीओडी का उपचार केवल इन उपायों से नहीं होता, बल्कि सभी हार्मोनों का संतुलन भी जरूरी है। गर्भधारण की योजना बनाने से 6 महीने पहले डॉक्टर से मिलकर हार्मोनल और ओवुलेशन चेकअप करवाना चाहिए।
डॉक्टर ने यह भी बताया कि कभी-कभी गर्भधारण की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए गर्भनिरोधक गोलियों का उपयोग किया जाता है। ये गोलियां अंडाशय को आराम देती हैं और हार्मोन को संतुलित करने में मदद करती हैं, जिससे गर्भधारण की योजना बनाई जा सकती है।