1. एलर्जी: बच्चों को धूल, पालतू जानवरों के बाल या पराग कणों से एलर्जी हो सकती है, जिससे आंखों में खुजली होती है और वे बार-बार आंखें रगड़ते हैं।
2. आंखों में सूखापन: जब आंखों में पर्याप्त नमी नहीं होती, तो जलन और खुजली होती है, जिससे बच्चा राहत पाने के लिए आंखें रगड़ता है।
3. कोई बाहरी चीज: आंख में मिट्टी, रेत या कीट चले जाने पर भी बच्चा परेशान हो सकता है और बार-बार आंखों को मलता है।
4. दृष्टि की समस्या: कभी-कभी बच्चे की नजर कमजोर होने लगती है, लेकिन वह इसे व्यक्त नहीं कर पाता। आंख रगड़ने की आदत नजर की कमजोरी का संकेत हो सकती है।
5. आंखों में संक्रमण: यदि आंखें लाल हैं, पानी आ रहा है या सूजन है, तो यह संक्रमण का लक्षण हो सकता है। इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
क्या करें? बच्चे को आंखें रगड़ने से रोकें और साफ कपड़े से आंखें पोंछें। साफ-सफाई का ध्यान रखें। बार-बार समस्या होने पर आई स्पेशलिस्ट से जांच कराएं। बच्चों की आंखें नाजुक होती हैं, इसलिए ऐसी किसी भी आदत को नजरअंदाज करना नुकसानदेह हो सकता है। समय रहते ध्यान दें और सही इलाज करवाएं।