उत्तर प्रदेश के इटावा में कथावाचक मुकुट मणि यादव और उनके सहयोगी संत सिंह यादव के साथ अमानवीय व्यवहार पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी को घेरा है. उन्होंने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बीजेपी की सरकार अन्याय में हो रहा है. PDA के लोगों को डराया धमकाया जा रहा है. अगर सच्चे कृष्ण भक्तों को ही कथा करने से रोका जाएगा तो कोई क्यों अपमान सहे.
अखिलेश यादव ने कहा कि जब कथा सुन सकते हैं तो सब बोल क्यों नहीं सकते. भगवत कथा भगवान कृष्ण से जुड़ी है. अगर सच्चे कृष्ण भक्तों को ही कथा करने से रोका जाएगा तो कोई क्यों अपमान सहे. उन्होंने कहा कि कुछ लोग कथा वाचन में एकाधिकार बनाए रखना चाहते हैं. वर्चस्वादी लोग ऐसा चाहते हैं.
‘पीडीए समाज का उत्पीड़न’अखिलेश यादव ने कहा कि लोगों ने इसको व्यवसाय बना लिया है . ऐसे लोगों की वजह से इटावा की घटना घटित हुई है. सरकार ऐसा कानून लेकर आए कि कथा वाचन का काम एक वर्ग विशेष के लोग ही कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि ये लोग पीडीए समाज का उत्पीड़न कर रहे हैं. ऐसे लोगों को सरकार का संरक्षण है. देश की सर्वोच्च सीट पर बैठने वालों के साथ ऐसा अन्याय हुआ है. पीडीए समाज पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने के लिए ऐसा किया जा रहा है. सपा प्रमुख ने कहा कि ऐसी घटना के बाद पीडीए समाज एकजुट हो रहा है. जवाब दिया जाएगा. बीजेपी जाएगी तो चैन आएगा.
क्या है पूरा मामला?कथावाचक मुकुट मणि यादव और उनके सहयोगी संत सिंह यादव और अन्य के साथ अमानवीय व्यवहार की बात सामने आई थी.
कथावाचक के साथ हुई घटना से इलाके में हड़कंप मच गया था. दोनों लोगों के सिर के बाल और चोटी काटी गई थी. हारमोनियम को तोड़ा गया. रुपए अन्य सामग्री छीनने का भी आरोप है.
वायरल वीडियो में कई लोग कथावाचक के सिर के बाल काटते हुए दिखाई दे रहे हैं. वीडियो में कथावाचक पर एक महिला के पैर छूने का दवाब बनाते लोग दिख रहे हैं. उन्हें गांव में सामूहिक कथा करने के लिए बुलाया गया था. आरोप है कि उच्च जाति के लोगों के द्वारा यह घटना को अंजाम दिया गया है. वीडियो वायरल होने के बाद इस मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है. इटावा जिले के बकेवर इलाके के दादरपुर की ये घटना है.