भारत के बेटे Shubhanshu Shukla ने अंतरिक्ष के लिए उड़ान भर ली है। जो पूरे देश के लिए गर्व की बात है। ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अब देश के उन चुनिंदा लोगों में शामिल हो गए हैं जिन्होंने अंतरिक्ष की ओर उड़ान भरी है। एक्सिओम-4 मिशन (axiom 4 mission) के तहत जब उन्होंने रॉकेट के जरिए धरती को अलविदा कहा तो उनके माता-पिता की आंखें नम थीं। लेकिन ये आंसू खुशी और गर्व के थे।
कार्यक्रम के दौरान शुभांशु की मां आशा शुक्ला बेहद भावुक दिखीं। उन्होंने कहा, “ये सिर्फ हमारा नहीं पूरे देश का गर्व है। त्रिवेणी नगर का एक बेटा आज अंतरिक्ष में कदम रख रहा है। जगह-जगह उसके पोस्टर लगे हैं, लोग बधाइयां दे रहे हैं, पर सबसे बड़ी भूमिका उसकी पत्नी ने निभाई है। वो उसकी सबसे मजबूत ताकत है। अगर वो साथ न होती, तो ये सपना पूरा नहीं हो पाता।”
पिता शंभू दयाल शुक्ला बेटे की इस उड़ान को लेकर जितने गर्वित हैंउतने ही बेचैन भी। उन्होंने कहा, “अब बस दुआ है कि उसका मिशन सफल हो और वो सकुशल लौटे। जो भी लोग पोस्टर लगा रहे हैं, जश्न मना रहे हैं, वो हमसे पूछें तो हम कहेंगे—ये जश्न सिर्फ शुरुआत है, असली जश्न उसके लौटने के बाद होगा।”
1983 में राकेश शर्मा के बाद अब शुभांशु शुक्ला वो नाम हैं जिन्हें देश गर्व से याद करेगा। उनकी ये उड़ान केवल अंतरिक्ष तक नहीं बल्कि उस विश्वास तक पहुंच है। जहां एक आम भारतीय परिवार का सपना आसमान छू लेता है।
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने भी शुभांशु को बधाई दी। उन्होंने कहा कि, “ये अंतरिक्ष विज्ञान के इतिहास में एक नया अध्याय है। शुभांशु और उनका परिवार आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेंगे।”