भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के राष्ट्रीय मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने आपातकाल को भारतीय लोकतंत्र के इतिहास का काला अध्याय करार दिया। उन्होंने कहा कि पार्टी हर साल 26 जून को आपातकाल दिवस के रूप में मनाती है, ताकि नई पीढ़ी को यह बताया जा सके कि किस प्रकार तत्कालीन प्रधानमंत्री ने संविधान और लोकतंत्र की हत्या की थी।
धनखड़ बुधवार को बीएनएसडी शिक्षा निकेतन में आयोजित संगोष्ठी के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की भावना को कुचला गया और नागरिकों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन हुआ। यह एक ऐसा समय था जब भारतीय राजनीति में अराजकता और असहमति को दबाने के लिए सरकार ने दमनकारी नीतियों का सहारा लिया।
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा इस दिन को याद रखती है, ताकि लोगों को यह याद दिलाया जा सके कि आपातकाल की अवधि में स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक मूल्य किस हद तक प्रभावित हुए थे। उनका कहना था कि यह दिन हमें यह भी सिखाता है कि हमें अपने लोकतंत्र की रक्षा के लिए हमेशा जागरूक रहना चाहिए और किसी भी स्थिति में संविधान और लोकतांत्रिक प्रक्रिया की हत्या नहीं होने देनी चाहिए।