Digital arrest scam: केरल पुलिस ने 18 लाख रुपये की ठगी के आरोप में दो लोगों को किया गिरफ्तार
Varsha Saini June 27, 2025 03:45 PM

pc: Hindustan Times
 

केरल में डिजिटल अरेस्ट की धमकी देकर पैसे ऐंठने के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वडकारा साइबर पुलिस ने थमारसेरी निवासी मुहम्मद शनीश और मदावूर निवासी मुहम्मद जनीश को गिरफ्तार किया है। फरवरी में हुई एक घटना के सिलसिले में ये गिरफ्तारियां की गईं।

आरोपियों ने पीड़ित को यह विश्वास दिलाकर पैसे ऐंठने का प्रयास किया कि उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया है और वे डिजिटल अरेस्ट के दायरे में हैं। आरोपियों ने शिकायतकर्ता और उसके बेटे के बैंक खातों से कई किस्तों में 18 लाख रुपये ठग लिए। आरोपियों द्वारा बनाए गए फर्जी खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए। पुलिस फिलहाल इन लेन-देन के बारे में जानकारी जुटा रही है। वडकारा साइबर पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों के खिलाफ कोडुवल्ली में अन्य मामले भी लंबित हैं।

एक और मुख्य आरोपी गिरफ्तार

कोझिकोड ग्रामीण साइबर पुलिस ने हाल ही में मामले में एक और मुख्य कड़ी को गिरफ्तार किया है। इंस्पेक्टर राजेश कुमार के नेतृत्व वाली टीम ने एर्नाकुलम से मुहम्मद जसी (23) को गिरफ्तार किया। कोयिलैंडी के एक निवासी को 23 लाख रुपये का चूना लगाने वाले फर्जी ट्रेडिंग घोटाले और एक व्यक्ति को 95,000 रुपये का चूना लगाने वाले लोन ऐप घोटाले की जांच के बाद जसी तक पहुंचा गया। जांच में उन खातों पर ध्यान केंद्रित किया गया, जहां खोई हुई रकम ट्रांसफर की गई थी, जिसके चलते तिरूर के निवासी रिसवान और कोझिकोड के पेरुवायल के निवासी आदिल शिनस की शुरुआती गिरफ्तारी हुई। 

पूछताछ के दौरान, उन्होंने खुलासा किया कि उन्होंने अपने खाते और एटीएम कार्ड मुक्कम के निवासी शमील रोशन को सौंप दिए थे। जांच में पता चला कि शमील रोशन ही वह व्यक्ति था जिसने सीधे और क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से पैसे प्राप्त किए थे। जब शमील रोशन को गिरफ्तार किया गया और पूछताछ की गई, तो उसने महत्वपूर्ण जानकारी दी कि उसने निकाले गए पैसे मुहम्मद जसी को सौंप दिए थे। इसके बाद, पुलिस ने मुहम्मद जसी के लिए जाल बिछाया और उसे गिरफ्तार कर लिया। बताया गया है कि मुहम्मद जसी एक फाइनेंस एक्सचेंज के माध्यम से चीनी साइबर धोखेबाजों को यह क्रिप्टोकरेंसी दे रहा था। पुलिस ने संकेत दिया है कि इन व्यक्तियों से आगे की पूछताछ से इस साइबर धोखाधड़ी नेटवर्क में शामिल और लोगों की गिरफ्तारी होगी।
 

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