इंदौर के बिजनेसमैन राजा रघुवंशी मर्डर केस में दो आरोपी कोर्ट के समक्ष इकबाल-ए-जुर्म से मुकर गए. जबकि, सभी 8 आरोपियों ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल किया है. शिलांग पुलिस ने कहा- हमारे पास पुख्ता सबूत हैं कि इन्हीं ने राजा का कत्ल किया है. इस बीच राजा की मां उमा रघुवंशी ने एक बड़ा खुलासा किया है. उनका कहना कि सोनम बेहद शातिर थी और शुरू से राजा की हत्या का तानाबाना बुनने लगी थी.
उमा रघुंवशी ने कहा कि शिलांग जाने से पहले ही वह राजा का कत्ल करने की फिराक में थी. उन्होंने आरोप लगाया कि शादी के 6 दिन बाद ही सोनम ने उज्जैन में राजा की हत्या का प्लान बना लिया था लेकिन तब उसके भाई गोविंद के साथ होने के कारण मेरा बेटा बच गया.
राजा रघुवंशी की हत्या हुए एक महीने से ज्यादा का समय बीत चुका है पर उनकी मां उमा का दर्द कम नहीं हो रहा. वो हर पल अपने बेटे को ही याद करती रहती हैं. अपनी बहू सोनम के तो नाम से ही उन्हें नफरत हो गई है. उमा रघुवंशी का कहना है कि हमारा बहुत बड़ा परिवार है लेकिन अब किसी का नाम सोनम नहीं रखेंगे. उन्होंने यह भी बताया कि सोनम ने मेघालय जाने के पहले ही राजा की हत्या कराने की कोशिश की थी.
भाई गोविंद की वजह से राजा बच गया
उमा रघुवंशी ने आरोप लगाया कि शादी के कुछ ही दिन बाद बहू ने अचानक राजा से एक कार्यक्रम में उज्जैन चलने को कहा. सोनम ने राजा से अकेले ही चलने की बात कही थी लेकिन उसके भाई गोविंद ने ऐसा नहीं करने दिया. राजा और सोनम के साथ वह भी उज्जैन गया. उमा रघुवंशी ने आरोप लगाया कि वह उसी दिन राजा की हत्या कराने की साजिश रच रही थी पर उसके भाई के कारण यह नहीं हो पाया. उमा रघुवंशी के अनुसार सोनम का 17 मई को ही राजा की हत्या कराने का प्लान था लेकिन उसका भाई गोविंद भी साथ होने के कारण उसके मंसूबे पूरे नहीं हो सके.
काले रंग की गुड़िया लाया था राजा रघुवंशी
राजा रघुवंशी की मां ने उज्जैन में राजा के साथ कोई तांत्रिक क्रिया कराने का अंदेशा भी जताया. उन्होंने बताया कि वहां से लौटते ही उसके व्यवहार में बदलाव आ गया था. राजा उज्जैन से काले रंग की एक गुड़िया लाया था, जिसे घर के दरवाजे पर उसने बांध दिया था.