एटीएम से पैसे निकलवाना हो जाएगा महंगा, करोड़ों ग्राहकों की जेब पर सीधा पड़ेगा असर ATM Transaction Hike – अभी पढ़ें ये खबर
Rahul Mishra (CEO) June 29, 2025 11:26 PM

एटीएम लेनदेन वृद्धि: एक्सिस बैंक ने अपने सेविंग्स अकाउंट और ट्रस्ट अकाउंट धारकों के लिए एटीएम लेन-देन से संबंधित फीस में बदलाव की घोषणा की है. बैंक ने स्पष्ट किया है कि ये नई दरें 1 जुलाई 2025 से लागू होंगी, जिससे लाखों खाताधारकों पर सीधा असर पड़ेगा.

बैंक की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, ATM से कैश निकालना और बैलेंस चेक जैसी सेवाएं, जो पहले तय सीमा तक मुफ्त होती थीं, अब उनके अतिरिक्त उपयोग पर अधिक शुल्क देना होगा.

ATM ट्रांजेक्शन शुल्क में हुआ इजाफा

अब तक एक्सिस बैंक में तय मुफ्त लिमिट के बाद अगर कोई ग्राहक अतिरिक्त ट्रांजेक्शन करता है, तो ₹21 प्रति ट्रांजेक्शन शुल्क लिया जाता था. लेकिन 1 जुलाई 2025 से यह शुल्क ₹23 प्रति ट्रांजेक्शन हो जाएगा. इसका असर Axis Bank के एटीएम के साथ-साथ अन्य बैंकों के ATM पर भी लागू होगा.

यह बढ़ोतरी कैश निकासी और बैलेंस इंक्वायरी जैसी सुविधाओं पर लागू होगी. यानी ग्राहकों को ATM इस्तेमाल करने से पहले अपनी फ्री लिमिट का ध्यान रखना जरूरी हो गया है.

किन खातों पर होगा सीधा असर?

बैंक के अनुसार, ये बदलाव निम्नलिखित प्रकार के खाताधारकों को प्रभावित करेंगे:

  • सेविंग्स अकाउंट होल्डर्स (Savings Account Holders)
  • एनआरआई खाताधारक (NRI Customers)
  • ट्रस्ट अकाउंट्स (Trust Accounts)
  • प्रायोरिटी बैंकिंग ग्राहक (Priority Banking Customers)
  • बर्गंडी अकाउंट होल्डर्स (Burgundy Category Customers)
  • हालांकि, जिन खातों में पहले से अनलिमिटेड ट्रांजेक्शन की सुविधा है, उन पर यह असर सीमित रहेगा.

बदलते नियमों के पीछे क्या कारण?

बैंकिंग क्षेत्र के विशेषज्ञों के मुताबिक, बढ़ती संचालन लागत, तकनीकी रखरखाव, और कैश हैंडलिंग चार्जेस की वजह से बैंक यह शुल्क बढ़ा रहे हैं. ATM सेवाओं में लगने वाला खर्च लगातार बढ़ रहा है, जिसे संतुलित करने के लिए ये कदम उठाए जा रहे हैं.

ग्राहकों के लिए जरूरी सलाह

बैंक ने अपने खाताधारकों को सलाह दी है कि वे अपने अकाउंट की फ्री ट्रांजेक्शन लिमिट और नई फीस स्ट्रक्चर के बारे में स्पष्ट जानकारी प्राप्त करें.

ग्राहकों को सलाह दी गई है कि:

  • ATM उपयोग को सीमित करें और केवल जरूरत पड़ने पर ही निकासी करें
  • नेट बैंकिंग और UPI जैसे विकल्पों का उपयोग करें
  • यदि कोई बड़ा अमाउंट निकालना है, तो एक बार में निकालें ताकि मल्टीपल ट्रांजेक्शन से बचा जा सके

कैसे जानें अपनी फ्री ट्रांजेक्शन लिमिट?

हर खाताधारक के लिए फ्री लिमिट अलग-अलग होती है, जो उनके अकाउंट टाइप, स्थान (Urban/Rural) और बैंक के साथ उनके संबंध पर निर्भर करती है. यह जानकारी आप निम्न तरीकों से प्राप्त कर सकते हैं:

  • बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल एप्लिकेशन
  • बैंक शाखा से संपर्क करके
  • कस्टमर केयर हेल्पलाइन पर कॉल करके

क्या कहता है RBI का नियम?

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंकों को निर्देश दिया है कि वे हर महीने ग्राहकों को एक निश्चित संख्या में मुफ्त ATM ट्रांजेक्शन दें. शहरी क्षेत्रों में यह संख्या 5 बार, और ग्रामीण क्षेत्रों में 3 से 5 बार निर्धारित है. इसके बाद, बैंक प्रति ट्रांजेक्शन चार्ज वसूल सकते हैं, लेकिन RBI द्वारा तय अधिकतम सीमा के अंतर्गत ही.

बदलाव से जुड़े संभावित प्रभाव

  1. आम उपभोक्ता पर असर – जिनका मासिक लेन-देन सीमित है, उन्हें इन शुल्कों से बचने के लिए अधिक सतर्क रहना होगा.
  2. डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा – बैंक इस तरह के बदलावों के माध्यम से UPI, नेट बैंकिंग और डिजिटल वॉलेट जैसी सुविधाओं को अधिक प्रोत्साहित कर सकते हैं.
  3. सीनियर सिटीजन्स को कठिनाई – जिन्हें ATM से नकद निकालना ज्यादा सुविधाजनक लगता है, उन्हें अतिरिक्त शुल्क देना पड़ सकता है.

UPI और डिजिटल माध्यमों को अपनाएं

विशेषज्ञों का मानना है कि डिजिटल भुगतान और UPI आधारित ट्रांजेक्शन अधिक सुरक्षित, तेज़ और बिना किसी अतिरिक्त लागत के किए जा सकते हैं. इसलिए ग्राहकों को सलाह दी जा रही है कि वे UPI, IMPS, RTGS, NEFT जैसे फ्री डिजिटल विकल्पों का उपयोग बढ़ाएं.

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