‘कांटा लगा’ गाने से मशहूर हुईं शेफाली जरीवाला की अचानक मौत ने सबको हैरान कर दिया है. कहा जा रहा है कि एक्ट्रेस की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई. शेफाली जरीवाला हिंदू धर्म से ताल्लुक रखती थीं और बहुत धार्मिक थीं. वे अक्सर मंदिरों के दर्शन करने पहुंचती थीं. अपनी मौत से पहले शेफाली एक मंदिर पहुंची थीं, जहां जाने के बाद उनको बहुत दिव्य अनुभव हुआ था. वह मंदिर है उज्जैल का महाकालेश्वर मंदिर. आइए आपको बताते हैं महाकाल उज्जैन मंदिर के कुछ रहस्य.
उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिरउज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर, भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और इसे दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग कहा जाता है. यहां महाकाल को समय और मृत्यु का देवता माना जाता है और कहते हैं कि उनके दर्शन से भय और पापों से मुक्ति मिलती है. महाकालेश्वर मंदिर के कई रहस्य और मान्यताएं प्रसिद्ध हैं. इस मंदिर का शिवलिंग स्वयंभू माना गया है और इसे भगवान शिव का “काल” या समय के रूप में भी पूजा जाता है.
महाकाल उज्जैन मंदिर के रहस्य
View this post on Instagram
A post shared by Shefali Jariwala 🧿 (@shefalijariwala)
स्वयंभू शिवलिंग:- इस मंदिर का शिवलिंग स्वयंभू माना जाता है, जिसका मतलब है कि इसे किसी मानव द्वारा स्थापित नहीं किया गया, बल्कि यह स्वयं प्रकट हुआ है.
भस्म आरती:- इस मंदिर में होने वाली भस्म आरती का विशेष महत्व है. यहां पहले चिता की राख से आरती की जाती थी, लेकिन अब गाय के गोबर से बने उपलों की भस्म से आरती होती है.
राजा-मंत्री का न ठहरना:- धार्मिक मान्यता के अनुसार, राजा विक्रमादित्य के समय से ही कोई भी राजा या मंत्री मंदिर में रात नहीं गुजारता है.
दक्षिणमुखी शिवलिंग:- महाकालेश्वर मंदिर का ज्योतिर्लिंग दक्षिणमुखी है, जो इसे अन्य ज्योतिर्लिंगों से अलग बनाता है.
शक्तिपीठ:- इस मंदिर को 18 महाशक्तिपीठों में से एक माना जाता है, जहां देवी सती का ऊपरी होंठ गिरा था.
नागचंद्रेश्वर मंदिर:- इस मंदिर के तीसरे तल पर नागचंद्रेश्वर मंदिर स्थित है, जो साल में सिर्फ नागपंचमी के दिन ही खुलता है.
(Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. टीवी9 भारतवर्ष इसकी पुष्टि नहीं करता है.)