भारतीय रेलवे अन्य राज्यों की तरह पश्चिम बंगाल के लोगों को भी एक के बाद एक नई ट्रेनों की सौगात दे रहा है. पिछले दिनों बंगाल में सियालदाह से जलपाईगुड़ी रोड तक चलने वाली हमसफर एक्सप्रेस (साप्ताहिक) की शुरुआत की गई. और अब पुरुलिया से हावड़ा तक नई मेमू ट्रेन चलाई गई है. इस मेमू ट्रेन की नियमित शुरुआत आज सोमवार से हो रही है. इस सफर में
इससे पहले केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार (28 जून) को पुरुलिया और हावड़ा के बीच मैसग्राम के रास्ते पहली मेमू सेवा को हरी झंडी दिखाई. इस दौरान रेल मंत्री ने कहा, “यह मेमू ट्रेन न सिर्फ इस क्षेत्र में एक अहम रेल कनेक्टिविटी को बहाल करती है बल्कि ऐतिहासिक बांकुरा-दामोदर रेलवे की भावना को भी पुनर्जीवित करती है.”
हफ्ते में 6 दिन चलेगी मेमू ट्रेनउन्होंने आगे कहा, “पुरुलिया, बांकुरा और हावड़ा के लोगों के पास अब स्वच्छ, तेज और अधिक किफायती रेल यात्रा की सुविधा हो गई है. यह हम सभी के लिए गौरव का मौका है. रेलवे परिवार के 12 लाख से अधिक लोगों के समर्पण के साथ काम कर रहा है.” रेल मंत्री ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत नए सिरे से तैयार किए जा रहे संतरागाछी रेलवे स्टेशन का निरीक्षण भी किया.
बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले शुरू की गई पुरुलिया से हावड़ा मेमू ट्रेन की नियमित सेवा आज (30 जून) से हावड़ा से और एक जुलाई को पुरुलिया से शुरू होगी. 68121 हावड़ा-पुरुलिया मेमू पैसेंजर हफ्ते में 6 दिन चलेगी और यह शुक्रवार नहीं चलेगी. इसी तरह 68122 पुरुलिया-हावड़ा मेमू पैसेंजर शनिवार को नहीं चलेगी, बाकी सभी 6 दिन ट्रेन यात्रियों की सुविधा के लिए अपनी सेवाएं देगी.
283 किलोमीटर का होगा सफरपुरुलिया से हावड़ा मेमू ट्रेन का सफर करीब 283 किलोमीटर है. यह ट्रेन अपने रूट पर पुरुलिया, बांकुरा, मैसग्राम और हावड़ा जंक्शन को जोड़ेगी. खड़गपुर रूट से होकर जाने वाली अन्य ट्रेनों की तुलना में इस रूट दूरी 41 किलोमीटर कम हो जाएगी.
68121 हावड़ा-पुरुलिया मेमू पैसेंजर हावड़ा से शाम 4:15 बजे रवाना होगी जबकि देर रात 11:55 बजे पुरुलिया पहुंचेगी. इसी तरह 68122 पुरुलिया-हावड़ा मेमू पैसेंजर तड़के सुबह 4 बजे पुरुलिया से रवाना होगी और सुबह 11:40 बजे तक हावड़ा पहुंचेगी.
हावड़ा-पुरुलिया मेमू पैसेंजर ट्रेन से सफर करने वालों को किफायती दामों में सफर करने का मौका मिलेगा. हावड़ा से पुरुलिया या पुरुलिया से हावड़ा जाने वाले यात्रियों को 60 रुपये देने होंगे, जबकि खड़गपुर रूट से सफर करने वालों को 65 रुपये देने पड़ते हैं.