पूर्व कैबिनेट मंत्री मोहम्मद आजम खां के पुत्र और पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम खां ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट साझा करते हुए दुआओं की गुजारिश की है। उन्होंने अपने पिता की मौजूदा स्थिति की तुलना आपातकाल के दौर से करते हुए कहा कि जैसे 1975 में आपातकाल के समय उनके पिता 19 महीने जेल में रहे, वैसे ही आज उनका परिवार एक और ‘अघोषित आपातकाल’ का सामना कर रहा है।
आपातकाल और आज की स्थिति की तुलनाअब्दुल्ला ने अपने पोस्ट में लिखा:
“25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक भारत में आपातकाल लगा था। उस समय मेरे पिता 19 महीने तक जेल में रहे। अब समय बदल गया है, मगर हालात फिर से वही हैं।”
उन्होंने कहा कि आजम खां पहले ही 27 महीने जेल में रह चुके हैं, और अब फिर से उन्हें जेल गए हुए लगभग 21 महीने होने जा रहे हैं।
“हमें रब पर पूरा भरोसा है”अब्दुल्ला आजम ने अपनी पोस्ट में न्यायपालिका में विश्वास जताते हुए लिखा,
“हमें अपने रब पर पूरा भरोसा है। हमारा रब हमें न्यायालय के जरिये न्याय दिलाएगा।”
उन्होंने समर्थकों से आग्रह किया कि वह परिवार के लिए दुआ करें, ताकि वे जल्द ही इस संकट से उबर सकें।
राजनीतिक और भावनात्मक संदेशअब्दुल्ला आजम का यह बयान एक ओर जहां भावनात्मक अपील है, वहीं इसे राजनीतिक संकेत के रूप में भी देखा जा रहा है। उन्होंने यह संदेश ऐसे समय में दिया है, जब आजम खां पर कई मुकदमे लंबित हैं और वे लगातार कानूनी जटिलताओं का सामना कर रहे हैं।
विपक्षी दलों का समर्थनगौरतलब है कि कई विपक्षी नेता भी समय-समय पर आजम खां के मामले में सरकार पर राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगाते रहे हैं। अब्दुल्ला का यह बयान इस पूरे विमर्श को फिर से जीवित कर सकता है