मथुरा से भरतपुर की दूरी 40 से 45 किमी की है. आप यहां घूमने जाने का प्लान बना सकते हैं. यहां केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान के लिए प्रसिद्ध है, जिसे भरतपुर पक्षी अभयारण्य के नाम से भी जाना जाता है. इसके अलावा यहां पर लोहागढ़ किला और भरतपुर पैलेस को एक्सप्लोर कर सकते हैं. गंगा मंदिर और लक्ष्मण मंदिर के दर्शन करने जा सकते हैं. ( Photos Credit : Getty Images )
आप अलवर घूमने जा सकते हैं. मथुरा से यह लगभग 111 किमी दूर है. आप यहां पर बाला किला, सिटी पैलेस, सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान, सिलीसेढ़ झील, भानगढ़ किला, मूसी महारानी की छतरी और विजय मंदिर पैलेस जा सकते हैं. आप पुरजन विहार, गर्भाजी झरना और फतेहजंग गुम्बद भी घूमने जा सकते हैं.
मथुरा से सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान लगभग 124 किमी की दूरी पर है. यह राजस्थान के अलवर में स्थित है. यह मथुरा के पास घूमने वाली बेस्ट जगहों में से एक है. यहां पर तेंदुए, लकड़बग्घे, चीतल, सांभर, सियार और कई प्रजातियों के पक्षी देखने को मिलेंगे.
फतेहपुर सीकरी भी मथुरा और वृंदावन के पास घूमने वाली जगहों में शामिल है यह मथुरा से लगभग 65 किमी की दूरी पर है. यह बुलंद दरवाजा, जोधाबाई का महल, सलीम चिश्ती की दरगाह, दीवान-ए-आम, दीवान-ए-खास और पंच महल जैसी ऐतिहासिक इमारतें के लिए काफी प्रसिद्ध है.
आगरा के बारे में तो सभी लोग जानते हैं, यह ताज महल के लिए प्रसिद्ध है. यह मथुरा से लगभग 60 किमी की दूरी पर है. यहां आप ताजमहल के अलावा आगरा का किला, फतेहपुर सीकरी, एत्माद-उद-दौला का मकबरा और मेहताब बाग घूमने के लिए जा सकते हैं.
बरसाना को राधा रानी के जन्मस्थान के लिए जाना जाता है. यह मथुरा से यह 50 किमी की दूरी पर है. राधा रानी मंदिर, जो लाडली जी मंदिर भी कहा जाता है. आप यहां दर्शन के लिए जा सकते हैं. इसके अलावा आप प्रेम सरोवर, मोर कुटीर मंदिर, रूप सागर और मन मंदिर में दर्शन के लिए भी जा सकते हैं. ( Photo Credit : radharanitemplebarsana )