स्लीप टूरिज्म के बारे में तो आपने सुना ही होगा. इसका ट्रेंड पिछले कई समय से काफी बढ़ गया है. इसके नाम से ही उसके मतलब का अंदाजा लगाया जा सकता है. इसमें एक तरह से घूमना कम और सोना ज्यादा पसंद किया जाता है. ऋषिकेश, कोडाइकनाल और तमिलनाडु स्लीप टूरिज्म के लिए बेहतर जगह मानी जाती है. ( Credits : Getty Images )
आजकल स्ट्रेस से भरी जिंदगी और काम के बढ़ते प्रेशर के कारण बहुत लोग तनाव में हैं. वह मोबाइल और लैपटॉप का उपयोग ज्यादा करते हैं. जिसका असर उनकी नींद पर पड़ता है. इससे दूर होने के लिए वह घूमना पसंद करते हैं. स्लिप टूरिज्म से नींद को बेहतर बनाने और स्ट्रेस को कम करने में मदद मिल सकती है.
स्लीप टूरिज्म के दौरान इन गलतियों को करने से बचना चाहिए. इस दौरान आपको मोबाइल, लैपटॉप और टैबलेट जैसी चीजों से दूरी बनानी चाहिए. इन चीजों पर व्यस्त रहने से उसे सही फायदे नहीं मिल पाएंगे. इसलिए स्लीप टूरिज्म के दौरान कोशिश करें की मोबाइल का उपयोग कम करें.
इस दौरान आपको ज्यादा कैफीन वाली चीजों और शराब पीने से परहेज करना चाहिए. क्योंकि इससे स्लीप क्वालिटी पर प्रभाव पड़ता है. इसके कारण देर से नींद आना या रात में बार-बार जाग सकते हैं. इसलिए साथ ही स्लीप टूरिज्म के दौरान हल्का, सुपाच्य और पौष्टिक खाने खाएं, जिससे शरीर को आराम मिले और नींद बेहतर हो.
सही माहौल में सोना भी बहुत जरूरी है. एक शांत और सुकूनदायक वातावरण अच्छी नींद के लिए जरूरी है. इसलिए होटल या रिसॉर्ट का कमार बहुत रोशनी वाला, शोर से दूर और असुविधाजनक नहीं होना चाहिए. इससे नींद पर असर डाल सकता है. साथ ही कमरे के तापमान, कमरे और गद्दे की क्वालिटी पर भी ध्यान दें.
स्लीप टूरिज्म केवल सोने तक सीमित नहीं है. बल्कि इस दौरान स्ट्रेस कम करने के लिए आप योग और मेडिटेशन भी कर सकते हैं. कई स्लीप टूरिज्म से जुड़ी होटल खसा योग भी सुविधा उपलब्ध करवाते हैं. इसलिए आप इन एक्टिविटी का हिस्सा भी बन सकते हैं.