अप मर्डर अनिरुधाचार्य रील: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर से एक हत्या का मामला सामने आया है। जहां पर एक व्यक्ति को अनिरुद्धाचार्य की कथा में जाना भारी पड़ गया। इसी के चलते मध्य प्रदेश निवासी 45 वर्षीय इंद्र कुमार तिवारी को अपनी जान गंवानी पड़ी। दरअसल कथावाचक अनिरुद्धाचार्य की भागवत कथा के दौरान मंच से इंद्र कुमार ने विवाह की इच्छा जताई थी। इसी की रील सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। उसके बाद जो हुआ उसने हर किसी को चौंका दिया।
18 एकड़ ज़मीन के मालिक, मध्य प्रदेश के जबलपुर निवासी 45 वर्षीय इंद्र कुमार तिवारी की शादी के सपने इस कदर चकनाचूर हुए कि उन्हें अपनी जान तक गंवानी पड़ी. कथावाचक अनिरुद्धाचार्य की भागवत कथा के दौरान मंच से विवाह की इच्छा जताने वाला युवक सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और इसके बाद जो हुआ, उसने सभी को चौंका दिया.
छह जून को कुशीनगर जिले के हाटा कोतवाली क्षेत्र के सुकरौली गांव के पास युवक की लाश मिली। गले में चाकू फंसा और खून से सनी लाश मिलने पर हड़कंप मच गया। स्थानिय महिलाओं ने पुलिस को इसके बारे में सूचित किया। शव की पहचान परिजनों द्वारा की गई। जिसमें पता चला कि ये शव और किसी का नहीं नवविवाहित इंद्र का ही था।
दरअसल हुआ यू कि कुछ टाइम पहले इंद्र कुमार तिवारी अनिरुद्धाचार्य की भागवत कथा में गए थे। जहां उन्होंने मंच पर आकर गुरू जी से सवाल किया। उन्होंने बताया कि, मेरी उम्र 45 साल है, 18 एकड़ जमीन है, माता-पिता नहीं हैं, लेकिन फिर भी कोई कन्या शादी के लिए तैयार नहीं होती.” इसी को लेकर अनिरुद्धाचार्य ने मजाकिया अंदाज में कहा कि देख लो भाई 18 एकड़ ज़मीन वाला लड़का है, कोई कन्या चाहती है रिश्ता करना तो कर लो। उनकी यही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। जिसके बाद उन्हें शादी का प्रस्ताव मिला। हालांकि वो फर्जी था। यहीं उनकी मौत की वजह बना।
जांच में पता चला कि एक महिला साहिबा ने खुशी तिवारी बन कर फेसबुक में आईडी बनाई। जिसके बाद उसने इंद्र से संपर्क किया। शादी के लिए राजी भी हो गई। इसको देख इंद्र काफी खुश हो गए। उन्होंने दो जून को जबलपुर से करीब 1.5 लाख रुपए के जेवर और 35 हजार नकद लेकर गोरखपुर पहुंचे।
पांच जून को दोनों ने शादी की। इस दौरान साहिबा के साथी कौशल गौड़ ने खुद को उसका भाई बताया। शादी के बाद दोनों होटल पहुंचे। राक को सुहागरात में ही इंद्र को पहले पेट में चाकू मारा गया। जिसके बाद उसकी गला रेतकर हत्या कर दी गई। शव को बाद में कुशीनगर के सुकरौली गांव में झाड़ियों में फेंका गया।
खुशी इंद्र की हत्या के बाद तीन दिन तक उसके मोबाइल से परिजनों से बात करती रही। जिससे उन्हें शक ना हो। कॉल डिटेल से पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस को शक है कि दोनों के प्रेम संबंध थे। इंद्र को शादी का झांसा देकर दोनों ने लूट की साजिश रची।