स्कूल की छुट्टी बढ़ाई: जम्मू-कश्मीर में भीषण गर्मी के बीच स्कूलों की छुट्टियों को बढ़ाने की मांग जोर पकड़ रही थी, लेकिन सरकार ने इस पर अपनी स्थिति पूरी तरह स्पष्ट कर दी है. राज्य की शिक्षा मंत्री सकीना इत्तू ने साफ कर दिया है कि फिलहाल गर्मी की छुट्टियों को बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है.
शिक्षा मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने 23 जून से 7 जुलाई तक सभी सरकारी और निजी स्कूलों में 15 दिनों की गर्मी की छुट्टियां घोषित की थीं, ताकि छात्रों को तेज गर्मी से राहत मिल सके. उन्होंने कहा, “15 दिन की छुट्टियां पर्याप्त हैं और इन्हें आगे बढ़ाने की आवश्यकता नहीं है.”
मंत्री सकीना इत्तू ने मीडिया को बताया कि मौसम विभाग के अनुसार 4 जुलाई के बाद तापमान में गिरावट आने की संभावना है, जिससे गर्मी में राहत मिल सकती है. इसी पूर्वानुमान के आधार पर सरकार ने निर्णय लिया है कि फिलहाल स्कूल बंद रखने की जरूरत नहीं है.
मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार को छात्रों की शैक्षणिक गतिविधियों और पढ़ाई को लेकर भी सजग रहना होगा. उनका कहना था, “हम सिर्फ गर्मी के कारण स्कूलों को लंबे समय तक बंद नहीं रख सकते. बच्चों को अपना सिलेबस पूरा करना होता है और परीक्षाओं की भी तैयारी करनी होती है. अगर छुट्टियां बढ़ाई जाती हैं, तो इसका असर उनकी पढ़ाई पर पड़ेगा.”
बच्चों की सेहत को लेकर शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार पूरी तरह सतर्क है. उन्होंने कहा, “यदि मौसम की स्थिति और बिगड़ती है, तो हम हालात की पुनः समीक्षा करेंगे और जरूरत पड़ी तो उचित निर्णय लिया जाएगा. लेकिन इस समय ऐसी कोई आपात स्थिति नहीं है जो छुट्टियों को बढ़ाने को मजबूर करे.”
गौरतलब है कि स्कूलों की छुट्टियों को बढ़ाने की मांग सोशल मीडिया पर काफी तेज हो गई थी. अभिभावकों और छात्रों ने सरकार से अपील की थी कि भीषण गर्मी को देखते हुए स्कूल बंद रखने की अवधि को आगे बढ़ाया जाए. लेकिन सरकार ने फिलहाल इन सभी मांगों को खारिज कर दिया है.
सरकार की ओर से लिया गया यह निर्णय छात्रों की शिक्षा और स्वास्थ्य के बीच संतुलन बनाए रखने की दिशा में उठाया गया कदम माना जा रहा है. मंत्री के अनुसार, बहुत लंबे समय तक स्कूल बंद रहने से शैक्षणिक सत्र पर नकारात्मक असर पड़ सकता है.
हालांकि, सरकार ने दरवाजा पूरी तरह बंद नहीं किया है. यदि आने वाले दिनों में तापमान फिर से अधिक बढ़ता है या हीटवेव जैसी स्थिति बनती है, तो स्कूलों की स्थिति की दोबारा समीक्षा की जा सकती है.