मात्र 2 घंटे की तेज बारिश से अजमेर पानी पानी हो गया। दरगाह की छत का एक हिस्सा भारी बारिश के दौरान गिरा। इस दौरान दरगाह में कोई जायरीन नहीं था, इसलिए कोई हताहत नहीं हुआ। हालांकि, इस घटना ने केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य के मंत्रालय के अधीन आने वाली दरगाह समिति (डीसी) द्वारा दरगाह के रखरखाव में कथित उपेक्षा और सुरक्षा उपायों की कमी को लेकर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।
अजमेर दरगाह के खादिम (सेवादार) सैयद दानियाल चिश्ती ने भी समिति की निष्क्रियता पर नाराज़गी जताई। उन्होंने कहा कि पिछले दो साल से मैं अपने हुजरे (कमरे) की मरम्मत की अनुमति मांग रहा हूं। हर बारिश के साथ पानी का रिसाव बढ़ता जा रहा है, लेकिन न तो वे कोई जवाब देते हैं और न ही हमें कोई कार्रवाई करने देते हैं। उनकी उदासीनता भयावह है।
कहां कितनी बारिश : मौसम विभाग ने बताया कि भीलवाड़ा में 20 सेंटीमीटर, चित्तौड़गढ़ के गंगरार में 16 सेंटीमीटर, अजमेर के जवाजा में 13 सेंटीमीटर, प्रतापगढ़ के अरनोद में 12 सेंटीमीटर, बांसवाड़ा के घाटोल में 10 सेंटीमीटर, कोटा में सात सेंटीमीटर बारिश हुई। इसके अलावा डूंगरपुर, झालावाड़, राजसमंद, सवाई माधोपुर जिले में कई जगह पांच सेंटीमीटर से अधिक बारिश हुई।
खुले 15 बांधों के गेट : भारी बारिश की वजह से नदियों का जलस्तर बढ़ गया। राज्य में 15 बांधों के गेट खोलने पड़े। सड़कों और खेतों में लबालब पानी भर गया। इस वजह से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
राजस्थान में इस हफ्ते कैसा रहेगा मौसम : मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान में मानसून की बारिश का दौर इस सप्ताह जारी रहने का अनुमान है और इस दौरान कई जगह भारी से अति भारी बारिश हो सकती है। बुधवार को परिसंचरण तंत्र दक्षिण-पूर्वी राजस्थान व आसपास के क्षेत्र में बना हुआ है तथा मानसून ‘ट्रफ लाइन’ भी दक्षिणी राजस्थान से होकर गुजर रही है।
इसके प्रभाव से दक्षिण-पूर्वी व दक्षिणी राजस्थान में बुधवार को भी भारी से अति भारी बारिश का दौर जारी रहने की पूरी संभावना है। वहीं, पूर्वी राजस्थान के अधिकांश भागों में हल्की से मध्यम बारिश व कहीं-कहीं भारी बारिश का दौर आगामी एक सप्ताह जारी रहेगा। इसी तरह पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर, बीकानेर संभाग के कुछ भागों में भी आगामी तीन से चार दिन हल्की से मध्यम बारिश, एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
edited by : Nrapendra Gupta