होटल बेड रनर: जब भी आप किसी होटल रूम में चेक-इन करते हैं, तो एक चीज जरूर नजर आती है — बेड के पैरों की ओर रखी रंगीन कपड़े की पट्टी, जिसे अक्सर लोग सजावट का हिस्सा मानते हैं. इसे बेड रनर (Bed Runner) कहा जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका मकसद केवल कमरे को खूबसूरत बनाना नहीं है?
हॉस्पिटैलिटी विशेषज्ञों के अनुसार, यह रंगीन पट्टी सजावट के साथ-साथ सुरक्षा के लिए भी लगाई जाती है. होटल में आने वाले लोग अक्सर अपने बैग, कोट या जूते बेड के किनारे रख देते हैं, जिससे सफेद चादर पर गंदगी आ सकती है. बेड रनर उसी धूल-मिट्टी से बचाने के लिए लगाया जाता है, ताकि बेडशीट और कंबल स्वच्छ बने रहें.
अगर आप जूते पहनने के लिए बेड के किनारे बैठते हैं या बैकपैक थक कर बेड पर पटक देते हैं, तो यह पट्टी एक तरह से रक्षात्मक परत बन जाती है. यह न सिर्फ बेड को गंदा होने से बचाती है, बल्कि बेड को एस्थेटिक संतुलन भी देती है. यह बेड के डिजाइन को भी आकर्षक बनाती है, जो ग्राहकों को विजुअल संतुष्टि देती है.
विशेषज्ञ मानते हैं कि बेड रनर, थ्रो ब्लैंकेट्स और डेकोरेटिव पिलो जैसी चीजें अक्सर हर ग्राहक के बाद नहीं धोई जातीं. इन पर डेड स्किन, लार, शरीर के तरल और धूल जमा हो सकते हैं. इसलिए बेहतर होगा कि कमरे में प्रवेश करते ही इस पट्टी को हटा दें, खासकर अगर आप इसका उपयोग करने का इरादा नहीं रखते हैं.
Locksmith Dartford की रिपोर्ट के अनुसार, होटल के कमरे में कई चीजें कीटाणुओं का घर होती हैं, भले ही वे ऊपर से चमकदार दिखें. ऐसे में कमरे में प्रवेश के तुरंत बाद आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए:
होटल की साफ-सफाई और हाइजीन को लेकर जागरूक होना बेहद जरूरी है, खासकर जब आप एक नई जगह पर ठहरे हों. बेड रनर, डेकोरेटिव आइटम्स और सामान्य उपयोग की चीजें देखने में सुंदर लग सकती हैं, लेकिन इनमें संभावित बैक्टीरिया और गंदगी छिपी हो सकती है. ऐसे में छोटी सावधानियां आपके स्वास्थ्य को कई जोखिमों से बचा सकती हैं.
बेड रनर जैसी चीजें दिखने में छोटी लगती हैं, लेकिन इनका उद्देश्य बड़ा होता है. इसलिए अगली बार जब आप होटल जाएं, तो कमरे की बारीकी से जांच करें, साफ-सफाई से जुड़ी सावधानियों का पालन करें और स्वास्थ्य के प्रति सतर्कता बरतें. यही आदतें यात्रा को अधिक सुरक्षित और सुखद बनाती हैं.