जबलपुर, 4 जुलाई (Udaipur Kiran) । जबलपुर के खटवानी मोटर्स के मालिक रोहित खटवानी पर उनके मैनेजर अमित बैरागी के अपहरण का आरोप मैनेजर के परिजनों ने लगाया है जिसको लेकर परिजनों ने हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दाखिल की है। एक्टिंग चीफ जस्टिस संजीव सचदेवा और जस्टिस विनय सराफ की डिविजन बेंच ने सुनवाई करते हुए खटवानी मोटर्स के मालिक रोहित खटवानी, जबलपुर पुलिस अधीक्षक और अन्य प्रतिवादियों को नोटिस जारी कर स्टेटस रिपोर्ट तलब की है।
खटवानी मोटर्स के मैनेजर अमित बैरागी, जो जबलपुर और शहडोल ब्रांच का काम देखता था, 27 लाख रुपए लेकर अनूपपुर से जबलपुर लौट रहा था। रास्ते में कथित रूप से मारपीट कर उसका अपहरण कर लिया गया। इस घटना की शिकायत अमित के साले द्वारा की गई थी, जिसमें अपहरण का सीधा आरोप खटवानी मोटर्स के मालिक रोहित खटवानी पर लगाया गया है। उनका आरोप है कि कंपनी के अवैध कामों में लिप्त रहने के लिए अमित पर दबाव बनाया जा रहा था। इसी के चलते खटवानी मोटर्स के मालिक ने इस घटना को अंजाम दिया है। अमित के परिजनों ने आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि खटवानी मोटर्स टैक्स चोरी और फर्जी आरटीओ रजिस्ट्रेशन में शामिल है। आरोप है कि कंपनी ने पुरानी गाड़ियों को अवैध रूप से खरीदकर उन्हें नए वाहनों की तरह रजिस्टर किया और बेचा।
अमित के परिजनों ने पुलिस में शिकायत करके गुहार लगाई उन्होंने जबलपुर एसपी को भी इस बाबत जानकारी दी परंतु पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। परिजनों ने पुलिस पर पक्षपात पूर्ण व्यवहार का आरोप लगाया है। इसके बाद पीड़ित परिवार ने हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दाखिल की। परिवार का कहना है कि अमित को आपराधिक षड्यंत्र में दबाव डालकर शामिल किया गया। इस कारण खटवानी मोटर्स के मालिक ने उसका अपहरण किया। इन आरोपों ने मामले को अपहरण से बढ़कर आर्थिक अपराध और संगठित गिरोह की संलिप्तता बना दिया है। इस मामले के बाद प्रशासनिक हलकों में हलचल बढ़ गई है और वाणिज्यिक कर विभाग और परिवहन विभाग की सक्रियता की संभावना जताई जा रही है। इस याचिका के बाद जबलपुर पुलिस को अमित बैरागी को शीघ्र तलाशकर कोर्ट के सामने पेश करना होगा। परियोजना द्वारा लगाए गए आप यदि सत्य पाए गए तो खटवानी मोटर्स के मालिक परेशानी में पड सकते हैं
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(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक