Cosmetology effect on health: हाल ही में अभिनेत्री और मॉडल शेफाली जरीवाला की अचानक हुई मौत ने हर किसी को चौंका दिया. केवल 42 साल की उम्र में इस तरह का जाना न सिर्फ दुखद है, बल्कि यह एक बड़ी चेतावनी भी है. खासतौर पर उन लोगों के लिए जो सुंदर दिखने की चाहत में आंख मूंदकर किसी भी कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट का सहारा ले लेते हैं.
आजकल सोशल मीडिया और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स पर कॉस्मेटोलॉजिस्ट, स्किन एक्सपर्ट और ब्यूटी थेरेपिस्ट जैसे टाइटल्स बहुत आम हो गए हैं. लेकिन सच्चाई ये है कि भारत में कॉस्मेटोलॉजी एक मान्यता प्राप्त मेडिकल फील्ड नहीं है. फिर भी कई गैर-पेशेवर लोग खुद को एक्सपर्ट बताकर ऐसे ट्रीटमेंट्स कर रहे हैं जिनका शरीर पर गहरा और कभी-कभी जानलेवा असर पड़ता है.
कॉस्मेटोलॉजी की धोखाधड़ी
गाजियाबाद मेंडर्मोटोलॉजिस्ट डॉ. सौम्या सचदेवा बताती हैं कि भारत में कॉस्मेटोलॉजी नाम का कोई आधिकारिक मेडिकल कोर्स नहीं है, लेकिन कई लोग खुद को इस पेशे में विशेषज्ञ बताकर इन्स्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स पर अपना काम या सर्विस दे रहे हैं. “भारत एकमात्र ऐसा देश है जहाँ लोगों की जान हेयर ट्रांसप्लांट जैसी प्रक्रियाओं के दौरान जा रही है”. मई में कानपुर की एक दन्त चिकित्सक द्वारा हेयर ट्रांसप्लांट कराए गए दो पुरुषों की मौत का उदाहरण इसी बात का साफ करता है कि सुंदर दिखने के चक्कर में जान से खिलवाड़ किया जा रहा है.
ग्लूटाथियोन और IV थैरेपी का जाल
डॉ सौम्या कहती हैं कि ग्लूटाथियोन को आजकल स्किन गोरी करने की जादुई दवा बताया जा रहा है. लेकिन इसका IV यानी नसों के जरिए दिया जाना बेहद जोखिम भरा है- खासतौर पर तब जब इसे देने वाला व्यक्ति मेडिकल एक्सपर्ट न हो. इससे किडनी, लिवर या हार्ट तक पर बुरा असर पड़ सकता है. कई मामलों में तो इससे मौत तक हो चुकी है.
नकली डॉक्टर कैसे पहचानें
आजकल हर कोई बोटॉक्स, स्किन व्हाइटनिंग, एंटी-एजिंग, ग्लूटाथियोन IV ड्रिप जैसी चीज़ों की ओर आकर्षित हो रहा है. लेकिन ज़रा सोचिए- क्या ये सब प्रक्रियाएं बिना विशेषज्ञ डॉक्टर की निगरानी में सुरक्षित हैं? जवाब है: बिल्कुल नहीं
बहुत से क्लीनिक और ब्यूटी सेंटर्स ऐसे हैं जहां बिना MBBS या MD की डिग्री वाले लोग स्किन इंजेक्शन, फेस थैरेपी, या बालों का इलाज कर रहे हैं और लोग भी उनकी इंस्टाग्राम फॉलोइंग या अच्छे मार्केटिंग के जाल में फंस जाते हैं.
क्या शेफाली की मौत एक चेतावनी है?
शायद हां, यह घटना उन हजारों महिलाओं और पुरुषों के लिए सबक होनी चाहिए जो बिना पूरी जानकारी लिए केवल दिखावे और ट्रेंड के लिए अपनी सेहत से समझौता कर लेते हैं. उम्र बढ़ना प्राकृतिक प्रक्रिया है—हमें इसे स्वीकार करना सीखना होगा, न कि उससे लड़ने के चक्कर में अपनी जान जोखिम में डालनी चाहिए.
जिम्मेदारी और सावधानी
किसी भी स्किन या बालों के इलाज से पहले डॉक्टर का रजिस्ट्रेशन नंबर और मेडिकल काउंसिल से प्रमाण जरूर जांचें.
इंस्टाग्राम रील्स और ट्रेंड्स के आधार पर शरीर पर कोई भी एक्सपेरिमेंट न करें.
कॉस्मेटोलॉजिस्ट लिखा हुआ देख कर यह न समझें कि सामने वाला डॉक्टर है.
अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें, न कि सौंदर्य के दिखावटी दबाव को.