पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष शमिक भट्टाचार्य का आह्वान : संघर्ष सिर्फ़ राजनीतिक नहीं, सामाजिक जिम्मेदारी है
Udaipur Kiran Hindi July 07, 2025 04:42 AM

कोलकाता, 06 जुलाई (Udaipur Kiran) । डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 125वीं जयंती के अवसर पर रविवार को कोलकाता के रेड रोड पर पश्चिम बंगाल भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने एक विशेष कार्यक्रम में भाग लिया। इस मौके पर हाल ही में नियुक्त प्रदेश भाजपा अध्यक्ष शमिक भट्टाचार्य ने बंगाल की जनता से एकता और प्रतिरोध का आह्वान किया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यह संघर्ष केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि एक सामाजिक कर्तव्य है।

शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि यह सिर्फ़ राजनीतिक लड़ाई नहीं है, यह सामाजिक जिम्मेदारी है। केवल एकजुट होकर ही बंगाल को बचाया जा सकता है। उन्होंने सभी राजनीतिक विचारधाराओं के लोगों से आग्रह किया कि वे वर्तमान संकट की घड़ी में एकजुट हों।

भट्टाचार्य ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के आदर्शों का उल्लेख करते हुए कहा कि बंगाल में एक नव आंदोलन की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यह ‘हम बनाम वे’ की लड़ाई नहीं है। जो हमसे घृणा करते हैं, वे भी इस लड़ाई का हिस्सा बनें। जब पूरी दुनिया में धार्मिक कट्टरता, फंडामेंटलिज्म और फासीवाद फैल रहा है, बंगाल उससे अछूता नहीं रह सकता।

उन्होंने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा कि 26 जुलाई को भाजपा का राज्यव्यापी अभियान तृणमूल युग के अंत का संकेत होगा। उन्होंने कहा कि अगर अब नहीं जागे, तो बंगाल का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा। हमें विभाजनकारी राजनीति का विरोध करना होगा और एकजुट होना होगा।

राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने भी इस अवसर पर मौजूद लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यदि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने 20 जून 1947 को पश्चिम बंगाल की नींव नहीं रखी होती, तो आज बंगाली हिंदुओं के पास कोई मातृभूमि नहीं होती।

उन्होंने आगे कहा कि 2026 में हमें उनके आदर्शों की पुनर्स्थापना का अवसर मिलेगा। यदि हम सफल होते हैं, तो बंगाल के विकास में कोई बाधा नहीं रहेगी और जनता को भ्रष्टाचार व शोषण की बेड़ियों से मुक्ति मिलेगी।

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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय

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