उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में रविवार को मोहर्रम की दसवीं तिथि पर पूरे जिले भर में अलग-अलग जगहों पर ताजिए निकाले गए. पूरे जिले में ज्यादातर जगहों पर ताजिए के जुलूस शांतिपूर्वक संपन्न हुए. जिले भर में कुल 74 मोहर्रम जुलूस निकाले गए हैं, जिनकी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस महकमे ने व्यापक इंतजाम किए थे.
शहर का सबसे प्रमुख जुलूस नगर क्षेत्र से निकला गया. इसमें खादरवाला, किदवई नगर, लद्दाखवाला, मिमलाना और मल्लूपुरा जैसे इलाकों से जुलूस हनुमान चौक पर पहुंचा. यहां से यह काफिला बल्लम हलवाई चौक होते हुए गौशाला रोड से गुजरकर काली नदी पार कर कर्बला मैदान तक पहुंचा. सभी जुलूस प्रशासन द्वारा बनाए गए रूट के अनुसार तय मार्गों से निकाले गए. पूरे रास्ते पर ताजिए पूरी शांति के साथ निकाले गए.
हनुमान मंदिर को कपड़े से ढका
जुलूस के दौरान हनुमान चौक स्थित प्रसिद्ध हनुमान मंदिर को सुरक्षा और परंपरा के तहत लाल कपड़े से ढका गया. मंदिर के पुजारी ने बताया कि इस परंपरा का पालन कई सालों से किया जा रहा है. मंदिर करीब ढाई से तीन घंटे तक लाल कपड़े से ढका रहा. जुलूस निकल जाने के बाद कपड़ा हटा लिया गया. मंदिर के पुजारी पंडित सच्चिदानंद ने बताया कि यह परंपरा केवल सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए है, इसमें किसी प्रकार की कोई अनहोनी नहीं होती.
चप्पे-चप्पे पर रही पुलिस की नजरएसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि पूरे जनपद में जुलूसों की निगरानी के लिए सेक्टर स्कीम लागू की गई थी. मजिस्ट्रेट और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी हर महत्वपूर्ण स्थान पर तैनात रहे. सभी जुलूस शांतिपूर्वक और सकुशल संपन्न हुए. उन्होंने बताया कि मुख्य जुलूस निर्धारित मार्ग से निकलते हुए समय पर कर्बला पहुंच गया. प्रशासन द्वारा सुरक्षा के सभी प्रोटोकॉल का पालन किया गया और कहीं से भी कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली. मुजफ्फरनगर में मोहर्रम का यह आयोजन साम्प्रदायिक सौहार्द और प्रशासनिक मुस्तैदी का प्रतीक बनकर सामने आया.
रिपोर्ट- रविंद्र सिंह, मुजफ्फरनगर