हिमाचल प्रदेश में बीते दिनों आई प्राकृतिक आपदाओं का कहर अभी थमा नहीं है और अब मौसम विभाग ने राज्य के कुछ जिलों में एक बार फिर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। 9 जुलाई 2025 तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में मौसम खराब बना रहेगा। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले तीन दिनों तक उना, बिलासपुर, सोलन और सिरमौर जिलों के कुछ इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी के साथ येलो अलर्ट घोषित किया है।
IMD के अनुसार, 7 से 10 जुलाई के बीच राज्य के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है, वहीं 8 और 9 जुलाई को विशेष रूप से इन चार जिलों में भारी बारिश की आशंका है। इसके अलावा कुछ इलाकों में वज्रपात (thunderstorm) की घटनाएं भी देखी जा सकती हैं, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
पिछले सप्ताह मंडी जिले के थुनाग, गोहर और करसोग क्षेत्रों में बादल फटने और भूस्खलन की घटनाएं हुई थीं, जिनमें 30 लोग लापता हो गए थे। इनकी तलाश अब भी जारी है। राहत और बचाव कार्य में तेजी लाई गई है, जहां ड्रोन और खोजी कुत्तों के अलावा NDRF, SDRF, ITBP, सेना, होमगार्ड्स और स्थानीय प्रशासन की करीब 250 से ज्यादा टीमों को लगाया गया है। दुर्गम इलाकों में राहत सामग्री और मेडिकल किट भी पहुंचाई जा रही है।
मौसम विभाग ने यह भी संकेत दिए हैं कि 11 से 13 जुलाई तक कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम वर्षा जारी रह सकती है। अब तक 20 जून से शुरू हुए मानसून के बाद हिमाचल में कुल 78 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें से 50 की मौत वर्षा से जुड़ी घटनाओं – जैसे बादल फटना, भूस्खलन और अचानक बाढ़ – से हुई है।
आपदा में अब तक 121 लोग घायल हो चुके हैं, जबकि 494 लोगों को सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया गया है। 225 घर, 7 दुकानें, 243 मवेशी शेड, 31 वाहन, 14 पुल और कई सड़कों को भी नुकसान पहुंचा है। 215 मवेशियों की भी मौत हुई है। रविवार शाम तक राज्य में 243 सड़कें अभी भी बंद थीं, जिससे आवागमन ठप है।