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'गुरु ब्रह्मा, गुरु विष्णु, गुरु देव महेश्वर...' गुरु का हर किसी के जीवन में विशेष महत्व होता है। माता-पिता के बाद गुरु ही जीवन के हर मोड़ पर राह दिखाते हैं। ऐसे गुरु को हिंदू धर्म में देवताओं में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। हर साल आषाढ़ महीने की पूर्णिमा के दिन गुरु पूर्णिमा मनाई जाती है। इस दिन शिष्य अपने गुरुओं की पूजा करते हैं। उन्हें उपहार देते हैं। गुरु के आशीर्वाद से जीवन में तरक्की करने का आशीर्वाद मांगते हैं। आइए जानें इस साल गुरु पूर्णिमा का त्योहार कब है।
हिंदू धर्म में आषाढ़ महीने का विशेष महत्व होता है। इस महीने की पूर्णिमा भी खास होती है। आषाढ़ पूर्णिमा का त्योहार गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है। इस साल गुरु पूर्णिमा 10 जुलाई को मनाई जाएगी। गुरु के प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए गुरु पूर्णिमा मनाई जाती है, जिन्होंने हमें ज्ञान और हमारी प्रगति के महत्व का एहसास कराया है। इस वर्ष गुरु पूर्णिमा 10 जुलाई 2025 को मनाई जाएगी। पंचांग के अनुसार इस वर्ष आषाढ़ मास की पूर्णिमा 10 जुलाई को प्रातः 1:36 बजे से प्रारम्भ होकर 11 जुलाई को प्रातः 2:06 बजे समाप्त होगी।
गुरु पूर्णिमा पूजा विधि
1) गुरु पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।
2) प्रातः स्नान करके नए वस्त्र धारण करें।
3) पूजा घर की सफाई करें तथा घर के भगवान की पूजा करते हुए गंगा जल छिड़कें।
4) पूजा घर में भगवान की पूजा करते हुए गुरु की पूजा करें। गुरु मंत्र का जाप करें।
5) पूजा घर में घी का दीपक जलाएं तथा गुरु मंत्र का जाप करें।
6) गुरु पूर्णिमा के दिन आप भगवान को फल, खीर, मिठाई तथा मीठे खाद्य पदार्थ का भोग लगा सकते हैं।