उत्तर प्रदेश का मौसम इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है। हालाँकि मानसून की गति थोड़ी धीमी हो गई है, लेकिन आसमान में बादल अभी भी छाए हुए हैं। हाल ही में हुई बारिश ने कई क्षेत्रों को भिगो दिया है, लेकिन अब मौसम का मिजाज कुछ बदल गया है। सोमवार को हल्की बूंदाबांदी ने गर्मी को कम करने के बजाय उमस को और बढ़ा दिया। आज, 8 जुलाई 2025 को, क्या नोएडा, लखनऊ, गाजियाबाद और आगरा में बारिश होगी या उमस का सामना करना पड़ेगा? आइए, मौसम विभाग की ताजा भविष्यवाणी के साथ जानते हैं।
मौसम विभाग ने पश्चिमी यूपी के ललितपुर, सहारनपुर, मेरठ, गाजियाबाद, बिजनौर और पीलीभीत जैसे जिलों में गरज-चमक के साथ भारी बारिश की चेतावनी दी है। पूर्वी यूपी के कुछ क्षेत्रों में भी तेज बारिश और बिजली गिरने का खतरा है। आगरा, झांसी, जालौन और बहराइच में वज्रपात के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। तापमान 32-36 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है, लेकिन उमस के कारण पसीने की समस्या बनी रहेगी। यदि आप इन जिलों में हैं, तो छाता साथ रखना न भूलें और बिजली गिरने से सावधान रहें।
सोमवार को यूपी के कई हिस्सों में हल्की बारिश हुई, लेकिन यह गर्मी को कम करने के बजाय उमस को बढ़ाने का कारण बनी। नोएडा और गाजियाबाद में कुछ बूंदें गिरीं, लेकिन राहत नहीं मिली। लखनऊ और आगरा में भी मौसम ने लोगों को परेशान किया। मौसम विभाग का कहना है कि 9 जुलाई से बारिश की तीव्रता और कम हो सकती है, लेकिन 11 जुलाई तक कुछ स्थानों पर बारिश जारी रह सकती है। उमस और गर्मी का यह मिश्रण यूपीवासियों के लिए चुनौती बना हुआ है।
मौसम विभाग के अनुसार, 9 जुलाई के बाद बारिश की तीव्रता में कमी आएगी, लेकिन लखनऊ, आगरा, मेरठ, और मुरादाबाद जैसे शहरों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी रहेगी। अलीगढ़, बरेली, मथुरा, कानपुर और प्रयागराज में भी रुक-रुक कर बूंदाबांदी हो सकती है। बलरामपुर, अयोध्या और रायबरेली में हल्की बारिश की संभावना है। 11 जुलाई के बाद भारी बारिश का सिलसिला थम सकता है, लेकिन मौसम का मिजाज अभी भी स्थिर नहीं है। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
उत्तर प्रदेश का मौसम इस समय ऐसा है कि कब क्या हो जाए, कहना मुश्किल है। भारी बारिश और वज्रपात की चेतावनी को देखते हुए बाहर निकलने से पहले मौसम की ताजा जानकारी जरूर चेक करें। निचले इलाकों में रहने वाले लोग जलभराव से सावधान रहें। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी फसलों को बारिश से बचाने के लिए पहले से तैयारी कर लें। नोएडा और गाजियाबाद के निवासी छाते का इंतजाम रखें, क्योंकि बारिश कभी भी हो सकती है। मानसून का यह रंग-बिरंगा मिजाज यूपीवासियों के लिए राहत और चुनौती, दोनों लेकर आया है।