पति दुबई कमाने गया, इधर उसकी पत्नी चचेरे देवर से दिल लगा बैठी. जब पति दुबई से वापस आया तो भी पत्नी उसके साथ नहीं रहती थी. अचानक एक रात पत्नी और चचेरा देवर रात इश्क फरमाते पकड़े गए. इसके बाद परिवार वालों, गांव वालों और खुद पति ने पत्नी की शादी उसके चचेरे देवर से करा दी. ये पूरा मामला उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के कासिमाबाद तहसील के इंदौर गांव का है.
पति का नाम प्रमोद है. उसकी एक बच्ची भी है. प्रमोद की एक बहन की अभी शादी करनी है. सभी चीजों को और पत्नी और बच्ची के बेहतर भविष्य को ध्यान में रखकर करीब ढाई साल पहले प्रमोद दुबई कमाने चला गया. ढाई सालों तक प्रतिमाह कमाई का पैसा अपनी पत्नी और मां के पास भेजता रहा. सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था.
पत्नी का व्यवहार बदल चुका था
करीब डेढ़ माह पहले प्रमोद दुबई से वापस आया, लेकिन इस दौरान उसकी पत्नी का व्यवहार उसके प्रति काफी बदल चुका था. पत्नी उससे कोई बातचीत नहीं करती थी. प्रमोद जब बातचीत करने का प्रयास करता तो वो अपनी तबीयत खराब होने का बहाना बनाती. लगभग एक सप्ताह पहले प्रमोद, उसकी बेटी और पत्नी अपने कमरे में सोए हुए थे.
सास ने देखी बहू को रासलीला रचाते देखा
इसी दौरान रूम से रात लगभग 12 बजे के आसपास उसकी पत्नी उसके कमरे से निकलकर घर के बाहर चली गई. उसको घर के बाहर निकलते हुए प्रमोद की मां ने देखा. प्रमोद की मां ने देखा कि बहू उनके पट्टीदार के लड़के समीर के साथ रासलीला रचा रही थी. इसके बाद मां ने इसकी जानकारी प्रमोद के साथ ही आसपास के लोगों की दी. फिर दोनों को रंगे हाथों पकड़ लिया गया.
पत्नी ने चचेरे देवर के साथ रहने की बात कही
इसके बाद पंचायत बैठी. पंचायत में भी प्रमोद की पत्नी ने अपने चचेरे देवर समीर के साथ ही रहने की बात कही. फिर उसके परिवार वालों और गांव वालों यहां तक की प्रमोद ने भी अपनी पत्नी की शादी अपने चचेरे भाई समीर से करना ही उचित समझा. दोनों की शादी पास के ही मंदिर में करा दी गई. फिर शादी के करीब चार दिन लोगों के तानों से तंग आकर अचानक महिला पास के ही एक तालाब में जान देने चली गई.
पूर्व पति ने तलाक देने की बात कही
हालांकि लोगों ने उसे देख लिया और समय रहते बचा लिया. इसके बाद एक बार फिर से गांव में पंचायत बैठी. पंचायत में पता चला कि समीर अब महिला को नहीं रखना चाहता था, लेकिन पंचायत ने दोनों को एक साथ रहने का फरमान सुना दिया. इस दौरान पूर्व पति प्रमोद ने भी अपनी पत्नी को कानूनी रूप से तलाक देने की बात पंचायत में कही.
इसके बाद समीर और महिला एक साथ रहने को तैयार हुए. महिला अपनी बच्ची को भी साथ ले गई. अब प्रमोद अपनी पत्नी और बच्ची को गंवाने के बाद अकेला हो गया है.
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