करीब 2 साल पहले इजराइल पर हुए हमास के हमले से गाजा सीमा क्षेत्र में स्थित किबुत्ज़ किसुफिम का एक डेयरी फार्म भी प्रभावित हुआ था. इस फार्म में हमास लड़ाकों के घुसने के बाद इजराइल सेना और लड़ाकों के बीच हुई गोलीबारी में फार्म का काफी नुकसान पहुंचा था. बाद में इस फार्म को बंद कर दिया गया था और यहां रहने वाली गायों को दूसरी जगह शिफ्ट किया गया था.
इजराइल के चैनल 12 न्यूज़ ने बुधवार को बताया किबुत्ज़ के डेयरी फार्म को नष्ट किए जाने के लगभग दो साल बाद, किबुत्ज़ किसुफिम में लगभग 600 गायें वापस लौट आई हैं. गायों को अब एक नई बनी, अत्याधुनिक गौशाला में रखा गया है. सरकार ने इस परियोजना पर लगभग 17 मिलियन इजराइली शेकल खर्च किए हैं, जिसमें कृषि मंत्रालय के माध्यम से आवंटित 1.4 मिलियन शेकल भी शामिल है.
कैसे हुई थी गौशाला?हमास के हमले के समय कुछ लड़ाके इस डेयरी फार्म में घुस गए थे और डेयरी प्रबंधक, रूवेन हेनिक और कई कर्मचारियों को बंधक बना लिया था. मारिव की रिपोर्ट के मुताबिक इजराइली सेना ने हमास लड़ाकों से जारी टकराव खत्म करने के लिए टैंक से गौशाला पर गोलाबारी कर दी थी, जिसके बाद हमास लड़ाकों के साथ-साथ गौशाला को भी भारी नुकसान हुआ है.
21 महिने तक कहा रहीं गाय?हमले के बाद फार्म को बंद कर दिया था और गायों को गिलगाल स्थानांतरित कर दिया गया था, जहां वे लगभग 21 महीने तक रही. बता दे नए डेयरी फार्म से सालाना लगभग पांच मिलियन लीटर दूध उत्पादन होने की उम्मीद है, जो युद्ध से पहले के उत्पादन की तुलना में 25 फीसद ज्यादा है. किसुफिम में इस नई गौशाला के निर्माण में एक आधुनिक 40 स्टॉल वाला दूध देने वाला पार्लर भी शामिल है, जिसने अब परिचालन शुरू कर दिया है.