इस समय देश के कई हिस्सों में अत्यधिक गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली और उत्तर भारत के अन्य राज्यों में तापमान इतना बढ़ गया है कि लोग घरों से बाहर निकलने में भी हिचकिचा रहे हैं। अधिकांश लोग अपने घरों में ही समय बिता रहे हैं। इस गर्मी के चलते बिजली की खपत में भी भारी वृद्धि हुई है, जिससे कई राज्यों में बिजली की मांग सामान्य से अधिक हो गई है।
गर्मी के मौसम में एसी, कूलर और पंखों के उपयोग के कारण बिजली की आवश्यकता बढ़ जाती है। लेकिन बिजली कंपनियों द्वारा इस समय बिजली की कटौती की जा रही है, जिससे उपभोक्ताओं में नाराजगी बढ़ रही है। यदि आपके क्षेत्र में भी बिजली की कटौती हो रही है, तो आप इसके लिए मुआवजे के हकदार हो सकते हैं।
गर्मी में बिजली की खपत बढ़ने पर आमतौर पर बिजली की आवश्यकता भी बढ़ जाती है। लेकिन बिजली कंपनियों को इस बात की कोई चिंता नहीं है। कई स्थानों पर घंटों तक बिजली कटौती की जा रही है। जब भी कोई शॉर्ट सर्किट या बिजली लाइन में खराबी आती है, तब मेंटेनेंस के लिए बिजली काटी जाती है।
यदि बिजली कंपनियां जानबूझकर बिजली काटती हैं, तो आप उनसे मुआवजे की मांग कर सकते हैं। हालांकि, आपको यह साबित करना होगा कि बिजली कंपनी ने बिना किसी कारण के बिजली काटी है।
इसके अलावा, बिजली कटौती के अलावा भी कई अन्य स्थितियों में आप बिजली कंपनियों से मुआवजे के हकदार हैं, जैसे कि कनेक्शन जोड़ना, कनेक्शन स्थानांतरित करना या मीटर में लोड बदलना। बिजली मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि सभी उपभोक्ता 24 घंटे बिजली के हकदार हैं, और यदि बिजली कंपनी को नुकसान होता है, तो उसकी भरपाई की जा सकती है।