निवेश के लिए धैर्य की जरूरत होती है. अगर आप निवेश करते हैं तो आपको लंबे समय के लिए निवेश करना होगा. यह कुछ एक महीने या साल की बात नहीं है. यह दशकों की बात होती है और अगर आपने निवेश के इस पैमाने को समझ लिया तो आप कई गुना का फायदा कमा सकते हैं. उदाहरण के तौर पर 1999 में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड के इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम यानी ईएलएसएस में किया गया 10,100 रुपये का निवेश अब 7.98 लाख रुपये हो गया है.
निवेश की दुनिया में रिटर्न या परिणाम अपेक्षाओं के अनुरूप न होने की यह भावना अक्सर निराशा के रूप में प्रकट होती है. यही निराशा निवेशकों को ‘बाजार का समय’ जानने की कोशिश करने के लिए प्रेरित करती है. ‘बाजार का समय’ तय करने की प्रक्रिया में किसी प्रतिभूति की कीमत में संभावित वृद्धि या गिरावट का अनुमान लगाना और उसके अनुसार प्रतिभूति खरीदना या बेचना शामिल है.
10,100 रुपये के निवेश से हुए लखपतिसोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस समय यह चर्चा का विषय बना हुआ है. हाल ही में पिरामल फाइनेंस के प्रबंध निदेशक जयराम श्रीधरन ने लिंक्डइन पर एक पोस्ट डाला. इस पोस्ट में उन्होंने बताया, कैसे बाजार का समय तय करने से आपको बेहतर फायदा हो सकता है. कैसे कभी-कभी बाजार में अधिक समय लगाना बाजार का समय तय करने की कोशिश करने से बेहतर तरीका हो सकता है. उन्होंने बताया कि कैसे उनका 10,100 रुपये का निवेश लगभग 25 वर्षों में 7.9 लाख रुपये में बदल गया.
श्रीधरन ने अपनी पोस्ट में बताया कि 1998 में नौकरी ज्वाइन करने के तुरंत बाद उन्होंने निवेश का सफ़र शुरू करने का फ़ैसला किया. श्रीधरन ने बताया कि उन्होंने अपना पहला निवेश 1999 में 10,100 रुपये में इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS) यूनिट्स खरीदी थीं. पिछले 25 सालों में उनके निवेश की क़ीमत बढ़कर 7,90,457.8 रुपये हो गई है. गौरतलब है कि श्रीधरन ने ICICI प्रूडेंशियल ईएलएसएस टैक्स सेवर ग्रोथ स्कीम की यूनिट्स खरीदी थीं.
शेयर बाजार से ज्यादा मिला रिटर्नश्रीधरन द्वारा किया गया निवेश 19.05 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर से बढ़ा है. यानी कुल 7726 फीसदी का फायदा मिला है. इसी अवधि में 30 शेयरों वाले सेंसेक्स का सालाना चक्रवृद्धि रिटर्न दर यानी सीएजीआर 12.15 प्रतिशत और निफ्टी 50 इंडेक्स का सीएजीआर लगभग 12.48 प्रतिशत रहा है. निफ्टी-50 और सेंसेक्स ने 2,500 फीसदी तक का फायदा दिया है.
उभरते बाजारों में आमतौर पर तेज़ वृद्धि देखी जाती है. पिछले पच्चीस वर्षों में प्रमुख सूचकांकों में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. हालांकि, श्रीधरन के निवेश को देखकर, हम समझ सकते हैं कि इस वृद्धि का अधिकतम लाभ उठाने के लिए, बाजार में निवेशित बने रहना ज़रूरी है. ईएलएसएस में सबसे बड़ा फायदा कि इससे आपको टैक्स बचाने में भी मदद मिलती है.