यूली में सरयू, केन, यमुना और चंबल जैसी प्रमुख नदियां खतरे के निशान या उससे ऊपर बह रही हैं। आईएमडी के अनुसार भारत में मानसून ऋतु के दूसरे चरण (अगस्त और सितंबर) में पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत के आसपास के इलाकों को छोड़कर देश के ज्यादातर हिस्सों में अगस्त में सामान्य बारिश होने का अनुमान है। सितंबर में बारिश सामान्य से अधिक होने का अनुमान है।ALSO READ: Amarnath Yatra: भारी बारिश और खराब सड़क मार्ग से अमरनाथ यात्रा 3 अगस्त तक स्थगित
दिल्ली में हल्की बारिश के बावजूद उमस से राहत नहीं : नई दिल्ली से मिले समाचारों के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में हल्की बारिश के बावजूद शुक्रवार को उच्च आर्द्रता बनी रही और सापेक्षिक आर्द्रता का स्तर 90 से 91 प्रतिशत के बीच रहा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार अधिकतम तापमान सामान्य से 1 डिग्री कम 33.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री कम 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।ALSO READ: Weather Update: दिल्ली NCR समेत अनेक राज्यों में होगी मूसलधार बारिश, IMD का अलर्ट
बारिश की गतिविधि सीमित रही। सफदरजंग वेधशाला ने शुक्रवार शाम तक 24 घंटों में 17 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की। आसमान में बादल छाए रहने के बावजूद अधिक बारिश नहीं हुई। आईएमडी ने शनिवार को आसमान में सामान्यत: बादल छाए रहने और मध्यम बारिश की संभावना जताई है। विभाग ने बताया कि अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 35 और 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) के कई जिलों में नदियां उफान पर, निचले इलाकों में अलर्ट : उत्तरप्रदेश के कई जिलों में लगातार भारी बारिश और बांधों से छोड़े गए पानी के कारण नदियों के उफान पर होने से निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है। सरयू, केन, यमुना और चंबल जैसी प्रमुख नदियां खतरे के निशान या उससे ऊपर बह रही हैं। अयोध्या, बांदा और इटावा में अधिकारियों ने बचाव एवं राहत अभियान शुरू कर दिया है तथा निचले इलाकों में 'अलर्ट' जारी कर दिया गया। सरयू नदी वर्तमान में चेतावनी स्तर से 56 सेंटीमीटर (सेमी) ऊपर बह रही है और हर 3 घंटे में जलस्तर 2 सेमी बढ़ रहा है।ALSO READ: Weather Update : उप्र के कई जिलों में नदियां उफान पर, निचले इलाकों में अलर्ट, बचाव एवं राहत अभियान शुरू
अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि सरयू, केन, यमुना और चंबल जैसी प्रमुख नदियां खतरे के निशान या उससे ऊपर बह रही हैं। उन्होंने बताया कि अयोध्या, बांदा और इटावा में अधिकारियों ने बचाव एवं राहत अभियान शुरू कर दिया है तथा निचले इलाकों में 'अलर्ट' जारी कर दिया गया।
मध्यप्रदेश के कोटा बैराज से 14,000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण इटावा में चंबल व यमुना नदियां उफान पर हैं। अधिकारियों ने बताया कि चंबल नदी खतरे के निशान को पार कर गई है। इटावा के जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ला ने चकरनगर तहसील के बाढ़ प्रभावित गांवों गढ़ाकास्दा, हरोली और बहादुरपुर का निरीक्षण किया, जहां सड़कें जलमग्न हो गई हैं।
उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ निवासी जयकिशन नाम का टैक्सी चालक मंडी जिले में पंडोह बांध के निकट कैंच मोड़ पर भूस्खलन के कारण घायल हो गया तथा उसका वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। अधिकारियों के अनुसार शिवाबदर मार्ग का एक हिस्सा धंस गया जिससे चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग 21 अवरुद्ध हो गया और गांव से सड़क संपर्क पूरी तरह टूट गया।
सड़क के दोनों ओर फंसे वाहनों की कतार लग जाने से लंबा जाम लग गया और एहतियात के तौर पर वाहनों को पंडोह बांध पर रोक दिया जा रहा है। मशीन भी घटनास्थल पर लाई गई हैं, लेकिन रुक-रुककर हो रही बारिश के कारण मरम्मत कार्य में बाधा उत्पन्न हो गई। मंडी की पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा ने बताया कि बारिश रुकते ही सड़क के 1 तरफ से यातायात बहाल कर दिया जाएगा।ALSO READ: Weather Update : राजस्थान में भारी बारिश का कहर, कई नदियां उफान पर, बांधों के गेट खोले
मशेरन नाले में बाढ़ आ जाने और सड़क पर बड़े-बड़े पत्थर एवं मलबा बिखर जाने से मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग 3 यहां लाहौल एवं स्पीति जिले के जिस्पा में बंद कर दिया गया। सड़क पर मलबा गिरने का वीडियो भी प्रसारित हो रहा है और यहां आई बाढ़ से कई लोगों के खेत बर्बाद हो गए हैं। लाहौल एवं स्पीति की विधायक अनुराधा राणा ने कहा कि सड़क से मलबा हटाने के लिए मशीन ले जाई गई हैं और प्रशासन काम पर लगा हुआ है।
बिलासपुर जिले में समलातू के पास चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग 21 पर 1 बार फिर भूस्खलन के कारण अवरुद्ध हुए मार्ग पर एकतरफा यातायात बहाल कर दिया गया है। वर्तमान में सड़क का दूसरा हिस्सा पूरी तरह से मलबे से पटा हुआ है। भूस्खलन की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर बिलासपुर के उपायुक्त राहुल कुमार ने स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को आगाह किया है कि वे बहुत जरूरी होने पर ही यात्रा करें।
हिमाचल प्रदेश में जुलाई में 250.3 मिलीमीटर बारिश हुई, जो औसत बारिश 255.9 मिलीमीटर से 2 प्रतिशत कम है। स्थानीय मौसम कार्यालय ने शुक्रवार को राज्य के 3 से 10 जिलों के अलग-अलग इलाकों में मंगलवार तक भारी बारिश के लिए 'येलो' अलर्ट जारी किया है। राज्य आपातकालीन अभियान केंद्र (एसईओसी) के अनुसार गुरुवार शाम को आपदा प्रभावित मंडी जिले की 171 सड़कों सहित राज्य की कुल 291 सड़कें बंद कर दी गईं।
1 से 7 अगस्त तक आंध्र में भारी बारिश और आंधी का अनुमान : अमरावती से मिले समाचारों के अनुसार भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 1 से 7 अगस्त तक 7 दिनों के लिए आंध्रप्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा, गरज के साथ तूफान और तेज हवाएं चलने का शुक्रवार को अनुमान जताया है। मौसम विभाग ने 1 से 5 अगस्त तक उत्तरी तटीय आंध्रप्रदेश (एनसीएपी), यनम, दक्षिण तटीय आंध्रप्रदेश (एससीएपी) और रायलसीमा में 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की भविष्यवाणी की है।
मौसम विज्ञान केंद्र, अमरावती की ओर से जारी 1 विज्ञप्ति में कहा गया है कि एनसीएपी, यनम, एससीएपी और रायलसीमा में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। एससीएपी और रायलसीमा में 5, 6 और 7 अगस्त को भारी बारिश होने की संभावना है जबकि पूरे सप्ताह सभी क्षेत्रों में गरज के साथ बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक राज्य के तटीय और आंतरिक क्षेत्रों में 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक की तेज सतही हवाएं चल सकती हैं।
उत्तरी पश्चिम बंगाल में 4 अगस्त तक भारी बारिश होने के आसार : कोलकाता से मिले समाचारों के अनुसार पश्चिम बंगाल के उपहिमालयी जिलों में अगले 3 दिनों के दौरान भारी बारिश होने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी। आईएमडी ने कहा है कि भारी बारिश होने की यह स्थिति ऊपरी वायुमंडल में हवा की हलचल और मजबूत मानसूनी प्रवाह के कारण बनी है।
आईएमडी ने शुक्रवार को बताया कि दक्षिण बंगाल के कई जिलों में 7 अगस्त तक हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी जिलों के 1-2 स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है जबकि दार्जिलिंग, कलिमपोंग और कूचबिहार में 2 से 4 अगस्त तक अत्यधिक बारिश हो सकती है।
जलगाईपुड़ी जिले के नगराकटा में बीते 24 घंटे के दौरान शुक्रवार सुबह 8 बजकर 30 मिनट तक राज्य में सबसे अधिक 90 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं, पुरुलिया में इस अवधि में 60 मिमी बारिश हुई। मौसम विभाग ने शनिवार सुबह तक कोलकाता में सामान्यत: बादल छाए रहने तथा 1 या 2 बार बारिश होने का अनुमान जताया है।(Photo courtesy: IMD)
Edited by: Ravindra Gupta