सुबह उठने के बाद नाश्ते की बात आए तो ज्यादातर भारतीय घरों में दूध वाली चाय पीना जैसे एक रिचुअल है. लोगों का कहना होता है कि जब तक वो एक कप चाय न पी लें तब तक सुस्ती महसूस होती रहती है. खानपान की बात करें तो मिल्की टी इंडियन लाइफस्टाइल का एक सबसे अहम हिस्सा है. सुबह की शुरुआत हो या शाम को सुकून के साथ बैठकर गपशप करना और काम के बीच में चैन की सांस लेना हो तो भी चाय बनाकर पी जाती है, लेकिन हेल्थ के नजरिए से देखा जाए तो एक्सपर्ट दूध वाली चाय के कई नुकसान बताते हैं. आप भी अगर उन लोगों में से हैं जो सुबह उठने के बाद चाय लेते हैं, शाम को स्नैक्स टाइम में भी चाय और ऑफिस के बीच सुस्ती दूर भगाने के लिए भी चाय पीते हैं यानी दिनभर में कम से कम 3 से 4 कप चाय पी लेते हैं तो सोचिए कि अगर एक महीन के लिए आप चाय न पिएं तो शरीर पर उसके बाद क्या असर दिखाई देगा.
दूध में विटामिन डी, प्रोटीन, कैल्शियम समेत कई पोषक तत्व होते हैं जो शरीर के लिए फायदा पहुंचाते हैं. इसी तरह से सिंपल चाय बनाकर पीना भी फायदेमंद माना जाता है, लेकिन जब दूध को चाय पत्ती में के पानी में मिलाया जाता है तो उसमें मौजूद टैनिन और कैफीन के साथ मिलकर ये एक खराब कॉम्बिनेशन हो जाता है. इसी के साथ लोग चाय में चीनी भी डालते हैं और ये भी शरीर के लिए नुकसानदायक होती है तो चलिए जान लेते हैं कि अगर रोज चाय पीने वाले एक महीने तक चाय न पिएं तो क्या बदलाव दिखेंगें.
चाय से शरीर में पहुंचता है कैफीननेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन में बताया गया है कि कैफीन एक ऐसा स्टिमुलेटिंग सब्सटेंस है जो दुनिया में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली दवाओं में से एक है. दुनियाभर में ये किफायती और ज्यादातर जगहों पर वैध है, इसलिए लोग रेगुलर कैफी से भरपूर ड्रिंक्स पीते हैं, जैसे चाय और कॉफी. कैफीन की ज्यादा मात्रा आपके अंदर घबराहट, पेट खराब होना, चिंता जैसे लक्षण पैदा कर सकती है.
शुरुआत में दिखेंगे ये लक्षणहेल्थ लाइन के मुताबिक, कैफीन छोड़ने के सबसे मुख्य लक्षण की बात करें तो सबसे कॉमन है कि आपके सिर में दर्द महसूस होने लगता है. इसके अलावा आपको थकान महसूस होगी और एंग्जायटी भी फील होगी. इससे आपको कुछ हद तक कॉन्सन्ट्रेट करने में भी दिक्कत हो सकती है और इसके लास्ट सिमटम की बात करें तो आप इरिटेट हो सकते हैं यानी चिड़चिड़ापन हो जाता है, लेकिन कुछ दिनों बाद आपको रिजल्ट मिल सकते हैं.
बहुत ज्यादा कैफीन आपकी नींद के पैटर्न को बिगाड़ देती है. आयुर्वेद एक्सपर्ट किरण गुप्ता कहती हैं कि एक महीना अगर आप चाय नहीं पीते हैं तो इससे आपकी नींद में सुधार हो सकता है. ऐसे में आप ज्यादा एक्टिव महसूस करेंगे. दरअसल जब आप चाय पीते हैं तो कैफीन की वजह से आपको लगता है कि सुस्ती दूर हो गई, लेकिन इसका ज्यादा सेवन एक लत की तरह होता है और शरीर को डिहाइड्रेट करता है, जिससे थकान होने लगती है.
पाचन में होगा सुधारआप जब बहुत ज्यादा चाय पीते हैं तो इससे आपके शरीर में न्यूट्रिएंट्स सही से अवशोषित नहीं हो पाते हैं, इससे आपके पाचन पर भी असर होता है और इस वजह से कब्ज, एसिडिटी हो सकती है. एक्सपर्ट कहती हैं कि अगर आप महीने भर के लिए चाय छोड़ देते हैं तो इससे पाचन सुधरेगा. आप अपने पेट को हल्का महसूस करेंगे.
अगर आप महीने भर दूध वाली चाय छोड़ देते हैं तो इससे वेट लॉस में मदद मिल सकती है, क्योंकि मिल्क और चीनी के साथ ये कॉम्बिनेशन ज्यादा कैलोरी वाला हो जाता है और जब आप दिनभर में कई कप चाय पी लेते हैं तो शरीर में शुगर की काफी मात्रा चली जाती है जो वेट बढ़ने की वजह बन सकती है.
ये भी होते हैं फायदेहेल्थ लाइन के मुताबिक अगर आप कैफीन एक महीने के लिए बिल्कुल छोड़ देते हैं तो इससे बीपी में सुधार, हार्मोन बैलेंस होना, डेंटल हेल्थ इंप्रूव होना, शरीर में न्यूट्रिएंट्स सही से ऑब्जर्व होने लगना, एंग्जायटी कम होना और मूड अच्छा रहना, सिरदर्द कम होना, स्किन हेल्दी बनना जैसे कई फायदे हो सकते हैं.