रांची, 12 अगस्त (Udaipur Kiran) । भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कांग्रेस के चुनाव आयोग और विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के खिलाफ प्रदर्शन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह सिर्फ़ एक राजनीतिक नाटक है। अगर कांग्रेस को चुनाव आयोग और मतदाता सूची पर भरोसा नहीं है, तो पहले अपनी ही कुर्सियां छोड़ने की हिम्मत दिखाए। सिर्फ़ दिल्ली की सड़कों पर मार्च करने से ईमानदारी साबित नहीं होती। देश में कांग्रेस के पास तीन मुख्यमंत्री, 99 लोकसभा सांसद, 31 राज्यसभा सांसद और 714 विधायक हैं। झारखंड में कांग्रेस के 12 विधायक और 4 मंत्री सत्ता का मजा ले रहे हैं। अगर चुनाव आयोग पक्षपाती है, तो इन्हीं चुनावों से जीते आपके मुख्यमंत्री, सांसद और विधायक भी अवैध हैं। फिर इस्तीफा क्यों नहीं देते?
प्रतुल शाहदेव ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि कांग्रेस का रवैया बिल्कुल वैसा है, जैसे “चित भी मेरी, पट भी मेरी, और खेल भी मेरा”। जनता इस दोहरे और ढोंगी चरित्र को समझ चुकी है और आने वाले चुनावों में इसका हिसाब चुकता करेगी। कांग्रेस की दोहरी राजनीति सामने आ गई जब कर्नाटक में कांग्रेस के सहकारिता मंत्री केएन राजन्ना ने अपनी पार्टी पर सार्वजनिक रूप से यह सवाल उठाया कि जब वोटर लिस्ट में गड़बड़ी हो रही थीं, तो कांग्रेस उस समय चुप क्यों रही। कांग्रेस ने जवाब देने की जगह अपने मंत्री से इस्तीफा ही ले लिया।
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(Udaipur Kiran) / विकाश कुमार पांडे