इंटरनेट डेस्क। आप जब भी कही रेस्टोरेंट या ढ़ाबे पर खाना खाने जाते हैं तो आपको खाने के बिल के साथ में एक बॉक्स या फिर ट्रे दी जाती हैं, इसमें सौंफ और मिश्री होती है। ज्यादातर लोग इसे खाने के बाद मीठे के विकल्प के रूप में एक-दो चम्मच ले लेते है, लेकिन इसकी असली वजह बहुत कम लोगों को पता होती है।
क्यों दिया जाता हैं
मिश्री और सौंफ पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने और भोजन को सही तरीके से पचाने में भी मदद करते हैं। सदियों से इसका उपयोग आयुर्वेद और घरेलू नुस्खों में होता आया है।
पाचन में सुधार के लिए
सौंफ खाने से पाचन रसों का स्त्राव बेहतर होता है, जिससे खाना जल्दी और आसानी से पचता है, वहीं, मिश्री में ठंडक देने वाले गुण होते हैं, जो एसिडिटी और गैस को कम करती है।
सांसों को बनाएं ताजा
सौंफ में मौजूद नेचुरल तेल मुंह को तुरंत फ्रेश कर देते हैं, वहीं, मिश्री मुंह की सफाई में मदद करती है और बदबूदार सांसों से बचाती है। इसके साथ ही भोजन के बाद कुछ मीठा खाने की इच्छा होती है, ऐसे में मिश्री एक हेल्दी विकल्प बन जाती है, यह मीठे की तलब को संतुष्ट करती है।
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