अगर आप ट्रेन में सफर करते हैं और हमेशा भारी-भरकम बैग लेकर निकलते हैं, तो अब थोड़ा सतर्क हो जाइए. रेलवे अब यात्रियों के सामान पर नज़र रखने की तैयारी में है. जिस तरह एयरपोर्ट पर बैग का वजन तौला जाता है, वैसा ही नियम अब ट्रेनों में भी लागू होने वाला है. यानी तय सीमा से ज्यादा सामान ले जाने पर जुर्माना भरना पड़ेगा.
मनी कंट्रोल की एक खबर के मुताबिक, रेल मंत्रालय में सूचना एवं प्रचार के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने साफ कर दिया है कि अब से यात्रियों को रेलवे स्टेशन पर सामान तौलवाना होगा. इसके लिए इलेक्ट्रॉनिक वेटिंग मशीन लगाई जाएंगी और बैग अगर तय वजन से भारी निकले तो सीधा पेनल्टी लगेगी. पहले चरण में यह व्यवस्था प्रयागराज, मिर्जापुर, कानपुर और अलीगढ़ जैसे बड़े स्टेशनों पर शुरू की जा रही है.
किस क्लास में कितना सामान ले जा सकते हैं?दरअसल, रेलवे के नियम पहले से मौजूद थे लेकिन अब उन्हें सख्ती से लागू किया जाएगा. हर यात्री की क्लास के हिसाब से सामान ले जाने की सीमा तय है. फर्स्ट एसी में सबसे ज्यादा और जनरल क्लास में सबसे कम वजन की छूट मिलेगी.
फर्स्ट AC में सफर करने वालों को 70 किलो सामान ले जाने की इजाजत होगी, साथ में 15 किलो की अतिरिक्त छूट भी मिलेगी. जरूरत हो तो पार्सल वैन में 65 किलो तक सामान बुक कराया जा सकता है. सेकंड AC में 50 किलो की सीमा तय की गई है, जिसमें 10 किलो की छूट भी मिलेगी. पार्सल वैन से 30 किलो और ले जाया जा सकता है. थर्ड AC और AC चेयर कार वालों को 40 किलो तक सामान ले जाने की अनुमति है. 10 किलो की छूट भी है. पार्सल वैन में 30 किलो और बुक कराया जा सकता है.
स्लीपर क्लास में 40 किलो तक सामान फ्री रहेगा, 10 किलो एक्स्ट्रा छूट भी मिलेगी. पार्सल वैन में 70 किलो तक बुकिंग की जा सकती है. जनरल/सेकंड क्लास के यात्री 35 किलो तक सामान ले जा सकते हैं, साथ ही 10 किलो की छूट है. इसके अलावा 60 किलो तक सामान पार्सल वैन में भेजा जा सकता है.
बैग का साइज भी होगा तयसिर्फ वजन ही नहीं, आपके बैग का साइज भी तय सीमा में होना चाहिए. आमतौर पर ट्रंक, सूटकेस या बॉक्स का साइज 100 सेंटीमीटर x 60 सेंटीमीटर x 25 सेंटीमीटर से ज्यादा नहीं होना चाहिए. AC थर्ड क्लास और चेयर कार के लिए यह सीमा और भी कम है 55 सेंटीमीटर x 45 सेंटीमीटर x 22.5 सेंटीमीटर. अगर आपका बैग इससे बड़ा है तो उसे ब्रेक वैन से भेजना पड़ेगा और इसके लिए कम से कम 30 रुपये चार्ज लगेगा.
5 से 12 साल के बच्चों को भी लगेज की छूट मिलेगी लेकिन आधी. मतलब बड़े जितना वजन नहीं उठा सकते. साथ ही 50 किलो से ऊपर किसी को भी अनुमति नहीं दी जाएगी. अगर कोई यात्री बड़े बैग लेकर चढ़ता है और रास्ता ब्लॉक करता है या परेशानी का कारण बनता है तो उस पर फाइन लगाया जाएगा.
एक्स्ट्रा सामान पर कितना लगेगा चार्ज?अगर आपने तय सीमा से ज्यादा सामान ले लिया है, तो इसकी कीमत चुकानी होगी. फ्री अलाउंस खत्म होते ही एक्स्ट्रा सामान पर नॉर्मल बुकिंग रेट का 1.5 गुना किराया लिया जाएगा. कम से कम 30 रुपये देने ही होंगे और गिनती शुरू होगी 10 किलो वजन और 50 किलोमीटर दूरी से. रेलवे अधिकारियों का कहना है कि ये नियम यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए ज़रूरी हैं, खासकर त्योहारों या छुट्टियों के दौरान, जब ट्रेनें यात्रियों से खचाखच भरी होती हैं.
भारी सामान के लिए अलग से बुकिंग जरूरीअगर आप स्कूटर, साइकिल या कोई भारी सामान ट्रेन में ले जा रहे हैं, तो उसे फ्री में नहीं ले जाया जा सकता. इसके लिए पहले से अलग से बुकिंग करानी होगी. बेहतर यही है कि अगर सामान ज्यादा है तो पहले से रेलवे के पार्सल ऑफिस में जाकर बुकिंग कराएं. आखिरी वक्त पर दिक्कत हो सकती है और यात्रा में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.