आजकल, डायबिटीज एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है, जो केवल वृद्ध लोगों तक सीमित नहीं है, बल्कि युवा और बच्चे भी इससे प्रभावित हो रहे हैं। बदलती जीवनशैली और खान-पान के कारण यह बीमारी तेजी से फैल रही है।
हालांकि, चिंता की कोई बात नहीं है! यदि समय पर डायबिटीज की पहचान की जाए और इसे नियंत्रित किया जाए, तो आप कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकते हैं। डायबिटीज में अपने ब्लड शुगर लेवल पर ध्यान देना आवश्यक है, विशेषकर भोजन के बाद। कई लोग अपने आहार का ध्यान रखते हैं, लेकिन उन्हें यह नहीं पता होता कि खाने के बाद सामान्य ब्लड शुगर लेवल क्या होना चाहिए और कब इसे डायबिटीज माना जाता है।
ब्लड शुगर लेवल खून में ग्लूकोज की मात्रा को दर्शाता है, जो शरीर के लिए ऊर्जा का मुख्य स्रोत है। यह दिनभर में बदलता रहता है, लेकिन एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए सामान्य रेंज इस प्रकार है:
जब हम भोजन करते हैं, तो शरीर उसे पचाकर ग्लूकोज में बदलता है, जो रक्त में मिलकर ऊर्जा प्रदान करता है। यदि शरीर पर्याप्त इंसुलिन नहीं बना पाता या इसका सही उपयोग नहीं कर पाता, तो ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है, जिसे हाइपरग्लाइसीमिया कहा जाता है।
डायबिटीज का पता लगाने के लिए डॉक्टर कुछ ब्लड शुगर टेस्ट की सलाह देते हैं। इनकी सामान्य रेंज इस प्रकार है:
प्रीडायबिटीज वह स्थिति है जो डायबिटीज से पहले आती है। इसमें ब्लड शुगर लेवल सामान्य से अधिक होता है, लेकिन इतना नहीं कि इसे डायबिटीज कहा जाए।
प्रीडायबिटीज की स्थिति में समय रहते लाइफस्टाइल में सुधार करके डायबिटीज से बचा जा सकता है।
अपने ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखना बहुत महत्वपूर्ण है। इसके लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
खाने के बाद ब्लड शुगर लेवल हमारे स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण संकेत है। इसे नियमित रूप से मॉनिटर करने से डायबिटीज और उससे जुड़ी जटिलताओं को रोका जा सकता है।