झारखंड में लगातार हो रही अतिवृष्टि ने जहां आम जनजीवन को प्रभावित कर दिया है, वहीं दूसरी ओर इसका गहरा असर खरीफ फसलों पर भी देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में इस सीजन में अब तक औसतन 33 प्रतिशत ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।
सड़कों और बस्तियों में पानीलगातार बारिश से कई जिलों में सड़कों पर जलभराव और बस्तियों में पानी भरने की स्थिति बन गई है। रांची, धनबाद, हजारीबाग और गिरिडीह जैसे शहरी इलाकों में लोगों को यातायात जाम और घरों में पानी घुसने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण इलाकों में कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हो रहे हैं और छोटे पुल-पुलियों पर आवागमन बाधित हो गया है।
खरीफ फसलों पर असरकृषि विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार समय से बारिश शुरू होने से धान, मक्का और सोयाबीन की बुआई अच्छी हुई थी, लेकिन अब अत्यधिक वर्षा से खेतों में पानी भर गया है, जिससे फसलें सड़ने लगी हैं। धान की रोपाई वाले इलाकों में पौधे पानी में पूरी तरह डूब गए हैं। इससे किसानों को भारी नुकसान होने की आशंका है।
प्रशासन अलर्ट परराज्य सरकार और जिला प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में आपदा प्रबंधन टीमों को तैनात किया है। निचले इलाकों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है। मौसम विभाग ने आने वाले कुछ दिनों तक भारी बारिश की संभावना जताई है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
लोगों की परेशानियांगांवों में लोग जलभराव और बीमारियों के खतरे से जूझ रहे हैं। वहीं शहरों में लगातार हो रही बारिश ने बिजली आपूर्ति और पेयजल व्यवस्था को भी प्रभावित किया है। स्कूलों में उपस्थिति घट गई है और बाजारों में कारोबार ठप होने की स्थिति बन रही है।