राजस्थान में किसानों को कृषि तकनीकों, योजनाओं और बाजार की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए अब इंटरनेट मीडिया का व्यापक उपयोग किया जाएगा। यह जानकारी कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने इंटरनेट मीडिया कार्यशाला के दौरान साझा की। उन्होंने कहा कि डिजिटल माध्यम से किसानों तक जरूरी जानकारियों और सरकारी योजनाओं को तेजी से पहुँचाना अब राज्य सरकार की प्राथमिकता में शामिल है।
कार्यशाला में चर्चा और पहलकार्यशाला में राज्य में इंटरनेट मीडिया के माध्यम से किए जा रहे प्रयासों पर भी चर्चा की गई। अधिकारियों ने बताया कि विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, मोबाइल एप्लिकेशन और वेबसाइट के जरिए किसानों को मौसम की जानकारी, नई कृषि तकनीक, बीज और खाद की उपलब्धता, सरकारी सब्सिडी योजनाओं और प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जानकारी दी जा रही है।
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि डिजिटल माध्यमों का सही उपयोग करके किसान अपनी पैदावार को बढ़ा सकते हैं और बेहतर बाजार मूल्य प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने सभी अधिकारियों से आग्रह किया कि वे सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर किसान मित्रवत और उपयोगी जानकारी साझा करें।
किसानों तक पहुँच आसान होगीइस पहल से किसानों को न केवल कृषि तकनीकों की जानकारी मिलेगी बल्कि उन्हें अपने उत्पादों के लिए बेहतर बाजार उपलब्ध कराने में भी मदद मिलेगी। इंटरनेट मीडिया का उपयोग करके किसान अपनी उपज की बिक्री के लिए डायरेक्ट मार्केट लिंक, ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म और सरकारी मंडियों से जुड़ सकते हैं।
राजस्थान में अब तक की डिजिटल पहलकार्यशाला में अधिकारियों ने बताया कि राज्य में पहले से ही डिजिटल माध्यमों के माध्यम से कई प्रयास किए जा रहे हैं। इनमें किसानों के लिए कृषि संबंधी व्हाट्सएप ग्रुप, फेसबुक पेज, यूट्यूब चैनल और मोबाइल एप्लिकेशन शामिल हैं। इन प्लेटफॉर्म पर किसान सलाहकार वीडियो, लाइव सेशन्स और प्रशिक्षण सामग्री साझा करते हैं।
सकारात्मक प्रभाव और उम्मीदेंकृषि मंत्री ने कहा कि इस पहल से राज्य के किसानों का जीवन स्तर सुधरेगा और उन्हें कृषि उत्पादन में अधिक लाभ होगा। डिजिटल जानकारी और बाजार सुविधा के जरिए किसानों को समय और संसाधन की बचत होगी। उन्होंने कहा कि सरकार लगातार किसानों की समस्याओं और उनकी जरूरतों के अनुसार नई योजनाएँ और डिजिटल समाधान लाती रहेगी।
भविष्य की योजनामंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार आगामी महीनों में और अधिक इंटरनेट मीडिया कार्यशालाओं और डिजिटल प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि राज्य के हर किसान तक नई तकनीक, योजनाएँ और बाजार के अवसर पहुँचें।
राजस्थान में किसानों के लिए यह पहल डिजिटल क्रांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। इससे न केवल किसानों को जानकारी मिलेगी बल्कि उनकी उपज और आय बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।