असमिया लोगों को राक्षस कहने वाली सैयदा हमीद की टिप्पणी की असम भाजपा ने की निंदा
Udaipur Kiran Hindi August 28, 2025 03:42 AM

गुवाहाटी, 27 अगस्त (Udaipur Kiran) । सोनिया गांधी और दिवंगत तरुण गोगोई (गौरव गोगोई के पिता) की करीबी सहयोगी सैयदा हमीद ने असमिया लोगों को बीते कल राक्षस कहा था। असम की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस बयान की कड़ी निंदा की है। कांग्रेस शासन के दौरान, बांग्लादेशी मियां आसानी से असम में घुसकर सत्र की भूमि, वन्य क्षेत्रों और सरकारी संपत्ति पर अतिक्रमण कर सकते थे।

असम प्रदेश के प्रवक्ता जयंत कुमार गोस्वामी ने बुधवारद काे यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस शासन के समय, कांग्रेस समर्थक सैयदा हमीद के अनुसार, असमिया लोग देवताओं के समान थे। लेकिन डॉ. हिमंत बिस्व सरमा के नेतृत्व में, भाजपा सरकार ने न केवल असम में बांग्लादेशी मियां के नए आगमन के द्वार बंद कर दिए हैं, बल्कि जंगलों, सरकारी भूमि और सत्रों से अवैध अतिक्रमणकारियों को बेदखल करने के लिए कड़े कदम भी उठाए हैं।

असम के मूल निवासी हिंदुओं, मुसलमानों और भारतीय मूल के लोगों ने मुख्यमंत्री की इस पहल का तहे दिल से समर्थन किया है। फिर भी, इस समय कांग्रेस और सैयदा हमीद जैसे लोग असमिया लोगों को राक्षस बता रहे हैं।

गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से सैयदा हमीद, जौहर सरकार, वजाहत हबीबुल्लाह, हर्ष मंदर, फवाज शाहीन और कुछ अन्य लोग पूर्वी बंगाल (बांग्लादेश) मूल के मुसलमानों की घनी आबादी वाले इलाकों, खासकर धुबड़ी, बरपेटा, ग्वालपाड़ा, मंगलदोई और अन्य जिलों के कुछ इलाकों में संदिग्ध रूप से दौरा कर रहे हैं।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सूचना के अनुसार, युवा कांग्रेस के कुछ गुट भी उनके साथ हैं। भाजपा प्रवक्ता ने बताया कि बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के गठन के बाद से, इस्लामी चरमपंथी समूह जमात-ए-इस्लामी मजबूत हो रहा है। इस बीच, इसकी एक कट्टरपंथी शाखा, अंसार बांग्ला समूह ने भी असम और पूर्वोत्तर में अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं। असम पुलिस पहले ही अंसार बांग्ला समूह के 60 गुर्गों को गिरफ्तार करने में सफल रही है।

भाजपा प्रवक्ता ने संदेह व्यक्त किया कि सैयदा हमीद, जौहर सरकार, वजाहत हबीबुल्लाह, हर्ष मंदर, फवाज शाहीन और अन्य लोग जमात-ए-इस्लामी की गतिविधियों के लिए असम में जमीन तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अजीत भुइयां, परेश मालाकार, डॉ. हीरेन गोहाईं जैसे लोग और अजीत भुइयां के राजनीतिक सहयोगी जैसे कांग्रेस, एजेपी और राइजोर दल अप्रत्यक्ष रूप से मियां मुसलमानों का पक्ष ले रहे हैं और सैयदा हमीद एंड कंपनी को सहयोग दे रहे हैं।

उन्होंने असम के लोगों से इन असमिया विरोधी तत्वों की पहचान करने की अपील की जो मूल निवासियों के हितों के विरुद्ध काम कर रहे हैं।———————-

(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय

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