किसी को फोन से तो किसी को अपनी गाड़ी से बहुत प्यार होता है, बहुत से लोग Car Modification करवाना पसंद तो करते हैं लेकिन उन्हें इस बात की जानकारी तक नहीं होती कि इससे उनकी गाड़ी की रीसेल वैल्यू पर कितना बुरा असर पड़ सकता है. आप भी अगर गाड़ी को मॉडिफाई करवाने का सोच रहे हैं तो पहले रुकिए और 100 बार सोचिए कि कार को मॉडिफाई करवाने के बाद आपको कौन-कौन सी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है?
कार मॉडिफिकेशन से माना आपकी कार को और भी ज्यादा आकर्षक दिखेगी लेकिन स्टाइलिंग के चक्कर में आपको आगे चलकर पैसों का नुकसान भी उठाना पड़ सकता है, खासतौर से तब जब आप गाड़ी को बेचने का सोचेंगे.
इंश्योरेंस से जुड़ी परेशानीअगर आपके पास गाड़ी की पॉलिसी है लेकिन पॉलिसी लेने के बाद आपने कार को मॉडिफाई करवा लिया तो कंपनी मॉडिफिकेशन के बाद नुकसान की भरपाई करने से इनकार भी कर सकती है. ज्यादातर मामलों में देखा गया है कि कार मालिक कार के रीडिजाइन या मॉडिफिकेशन के बारे में इंश्योरेंस कंपनी को जानकारी नहीं देते जिस वजह से आगे चलकर क्लेम रिजेक्ट हो जाता है.
वारंटी खत्मज्यादातर कंपनियां इंजन, सस्पेंशन या यहां तक कि इलेक्ट्रॉनिक्स में बदलाव करते ही आपकी वारंटी रद्द कर देती हैं. ऐसे में अगर आपकी कार में कोई भी मैकेनिकल समस्या आती है तो आपको अपनी जेब से कार को ठीक करवाना होगा और रिपेयिंगग के लिए आपको जो पैसे चुकाने होंगे उससे आपकी जेब पर बोझ बढ़ सकता है.
रीसेल वैल्यू में गिरावटकार बेशक मॉडिफिकेशन से सुंदर दिखने लगेगी लेकिन लोग मॉडिफिकेशन करवाते वक्त ये भूल जाते हैं कि हो सकता है कि कार बेचते वक्त जो पैसा मॉडिफिकेशन में लगाया है वो पैसा भी वापस नहीं आएगा. कुछ लोग ज्यादा मॉडिफाइड कार खरीदना पसंद नहीं करते क्योंकि लोगों को गाड़ी कीप रफॉर्मेंस से जुड़ी समस्याओं या कानूनी पचड़ों की चिंता होती है, यहां तक कि छोटा-सा बदलाव भी कार की रीसेल वैल्यू को कम कर सकता है.
कानूनी परेशानीभारत के कई हिस्सों में कुछ मॉडिफिकेशन पूरी तरह से गैरकानूनी है, पकड़े जाने पर भारी जुर्माना लग सकता है या आपकी कार जब्त की जा सकती है. यहां तक कि रजिस्ट्रेशन भी रद्द किया जा सकता है.