शिक्षक दिवस 2025: वो पांच अद्भुत शिक्षक जिन्होंने शिक्षा की परिभाषा को बदला
Stressbuster Hindi September 05, 2025 09:42 PM
शिक्षक दिवस 2025: शिक्षकों का महत्व

शिक्षा में बदलाव लाने वाले शिक्षक (सोशल मीडिया से)

शिक्षा में बदलाव लाने वाले शिक्षक

शिक्षक दिवस 2025: शिक्षक, एक ऐसा शब्द जो हमारे मन में सम्मान और कृतज्ञता की भावना जगाता है। ये वो नायक हैं जो बच्चों के भविष्य को संवारने का कार्य करते हैं। 5 सितंबर, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन, जिसे हम शिक्षक दिवस के रूप में मनाते हैं, शिक्षकों के प्रति अपने प्यार और सम्मान का इजहार करने का एक विशेष अवसर है। आज हम उन पांच अद्वितीय शिक्षकों के बारे में चर्चा करेंगे, जिन्होंने न केवल शिक्षा दी, बल्कि इसके अर्थ को भी बदल दिया।


1. सावित्रीबाई फुले: लड़कियों के लिए शिक्षा का द्वार खोलने वाली पहली महिला सावित्रीबाई फुले का योगदान


सावित्रीबाई फुले का नाम सुनते ही एक ऐसी महिला की छवि उभरती है, जिन्होंने एक बच्ची को स्कूल जाने के लिए प्रेरित किया। 19वीं सदी में, जब लड़कियों और दलितों को शिक्षा का अधिकार नहीं था, सावित्रीबाई और उनके पति ज्योतिराव फुले ने 1 जनवरी 1848 को पुणे में पहला गर्ल्स स्कूल खोला। इस स्कूल की शुरुआत केवल 9 छात्राओं से हुई थी। समाज ने उन पर पत्थर फेंके, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उनके प्रयासों का परिणाम यह हुआ कि एक साल के भीतर छात्राओं की संख्या 150 हो गई। उन्होंने न केवल शिक्षा दी, बल्कि समाज में बदलाव की एक नई लहर भी शुरू की। उनका नारा था - "जाओ जाकर पढ़ो-लिखो, बनो आत्मनिर्भर।"
2. डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम: एक शिक्षक जो मिसाइल मैन के नाम से जाने जाते हैं डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का शिक्षण दृष्टिकोण


डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, जिन्हें 'मिसाइल मैन' के नाम से जाना जाता है, एक महान वैज्ञानिक और भारत के राष्ट्रपति थे, लेकिन उनकी असली पहचान एक शिक्षक के रूप में थी। उनका मानना था कि "अगर एक देश भ्रष्टाचार मुक्त होना है, तो समाज के तीन प्रमुख सदस्य यह कर सकते हैं: पिता, माता और गुरु।" उन्होंने हमेशा युवाओं को अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित किया। उनकी किताबें 'विंग्स ऑफ फायर' और 'इग्नाइटेड माइंड्स' आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
3. अन्ना राजम मल्होत्रा: भारतीय बैंकिंग में क्रांति लाने वाली शिक्षिका अन्ना राजम मल्होत्रा का योगदान


क्या आप एटीएम से पैसे निकालते हैं? या ऑनलाइन बैंकिंग का उपयोग करते हैं? इसकी नींव रखने वाली शिक्षिका अन्ना राजम मल्होत्रा थीं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक स्कूल टीचर के रूप में की और बाद में भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल हुईं। उन्होंने भारतीय स्टेट बैंक की चेन्नई शाखा में कंप्यूटरीकरण की शुरुआत की। उनकी कहानी हर शिक्षक के लिए प्रेरणा है कि शिक्षा का प्रभाव केवल कक्षा तक सीमित नहीं होता।
4. जेम्स नैस्मिथ: बास्केटबॉल के आविष्कारक जेम्स नैस्मिथ का योगदान


क्या आप बास्केटबॉल खेलना पसंद करते हैं? यह खेल एक फिजिक्स टीचर, जेम्स नैस्मिथ द्वारा 1891 में आविष्कार किया गया था। उन्होंने सर्दियों में बच्चों को व्यस्त रखने के लिए एक इनडोर खेल की आवश्यकता महसूस की। उन्होंने एक पीच बास्केट और एक गेंद का उपयोग करके बास्केटबॉल का निर्माण किया। यह खेल आज दुनिया भर में खेला जाता है और इसकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है।
5. मारिया मोंटेसरी: शिक्षा की नई दिशा देने वाली शिक्षिका मारिया मोंटेसरी का शिक्षण दृष्टिकोण


मारिया मोंटेसरी, इटली की पहली महिला डॉक्टर, ने शिक्षा की एक नई पद्धति विकसित की। उन्होंने देखा कि मानसिक रूप से कमजोर बच्चों को सही तरीके से पढ़ाने पर वे भी बहुत कुछ सीख सकते हैं। उनकी मोंटेसरी पद्धति आज दुनिया भर में 20,000 से अधिक स्कूलों में लागू की जाती है। उन्होंने शिक्षा को एक नई दिशा दी, जिसमें बच्चों की जिज्ञासा और क्रिएटिविटी को महत्व दिया जाता है।
शिक्षक दिवस: हर दिन मनाने का उत्सव शिक्षक दिवस का महत्व

शिक्षक दिवस साल में एक बार आता है, लेकिन शिक्षकों का योगदान हर पल हमारे साथ होता है। वे हमें न केवल ज्ञान देते हैं, बल्कि जीवन जीने की कला भी सिखाते हैं। आज के डिजिटल युग में, शिक्षकों की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई है। वे हमें सही और गलत जानकारी में अंतर करना सिखाते हैं।

शिक्षकों का योगदान अतुलनीय है। वे हमें सिखाते हैं कि असफलता सफलता की पहली सीढ़ी है और मेहनत ही सफलता की कुंजी है। ये पांच शिक्षक अलग-अलग समय और स्थान से थे, लेकिन उनका उद्देश्य एक ही था - दूसरों के जीवन को बेहतर बनाना।


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