-आईआईटी गांधीनगर ने सेमीकंडक्टर सहयोग को मजबूत करने के लिए जापान के इवाते प्रान्त के उप-गवर्नर की मेजबानी की
गांधीनगर, 06 सितंबर (Udaipur Kiran) । भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गांधीनगर-गुजरात (आईआईटीजीएन) ने जापान के इवाते प्रान्त के उप-राज्यपाल और इवाते उद्योग संवर्धन केंद्र के अध्यक्ष सासाकी जून के प्रतिनिधिमंडल के साथ सेमीकंडक्टर कौशल विकास, अनुसंधान में सहयोग को बढ़ावा देने को संबंधों की मजबूती पर जोर दिया।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गांधीनगर-गुजरात (आईआईटीजीएन) ने जापान के इवाते प्रान्त के उप-राज्यपाल और इवाते उद्योग संवर्धन केंद्र के अध्यक्ष सासाकी जून के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी की। इस प्रतिनिधिमंडल में जापान अंतरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसी और इवाते उद्योग संवर्धन केंद्र के अधिकारी शामिल थे।
संस्था के जनसंपर्क विभाग ने आज अपने बयान में बताया कि गुजरात राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स मिशन की टीम भी इस दौरे में शामिल हुई। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य सेमीकंडक्टर कौशल विकास, अनुसंधान और विकास में सहयोग को बढ़ावा देना था, जो इवाते प्रान्त और गुजरात के बीच जापान तथा भारत के मध्य तकनीकी और औद्योगिक संबंधों को मज़बूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।
आईआईटी, गांधीनगर के निदेशक प्रो. रजत मूना ने अतिथि प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया और शैक्षणिक उत्कृष्टता, अनुसंधान और नवाचार के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा, आईआईटी गांधीनगर, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और एकीकृत सर्किट डिज़ाइन एवं प्रौद्योगिकी जैसे अत्यधुनिक क्षेत्रों में अग्रणी है, जिसे हमारे पुरस्कृत पाठ्यक्रम, उन्नत प्रयोगशालाओं, अनुसंधान पार्क और इनक्यूबेशन सेंटर का समर्थन प्राप्त है।
उन्होंने भारत की सेमीकंडक्टर यात्रा में गुजरात की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा, यह राज्य टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स की अल-सक्षम 300 मिमी जैसी ऐतिहासिक परियोजनाओं का घर रहा है। धोलेरा में फैब्रिकेशन सुविधा, साणंद में माइक्रोन टेक्नोलॉजी की एटीएमपी इकाई और रेनेसास इलेक्ट्रॉनिक्स और स्टार माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स के सहयोग से सीजी पावर की ओएसएटी सुविधा है।
निदेशक ने जापान के इवाते प्रान्त के साथ संभावित सहयोग के प्रति आशा व्यक्त की और आईआईटीजीएन की माइक्रोन, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स, एलएंडटी सेमीकंडक्टर और इनफिनियन जैसे उद्योग जगत के दिग्गजों के साथ रणनीतिक साझेदारियों और प्रमुख जापानी संस्थानों के साथ शैक्षणिक संबंधों पर प्रकाश डाला।
आईआईटीजीएन के निदेशक मंडल ने आईआईटीजीएन के साथ मिलकर आईआईटीजीएन के सहयोग से विकसित किए गए सेमीकंडक्टर रिसोर्सेज डेवलपमेंट फैसिलिटी (एएन रिसोर्सेज डेवलपमेंट फैसिलिटी) के साथ सहयोग किया, जो छात्रों और पेशेवरों को उन्नत सेमीकंडक्टर उपकरणों का प्रशिक्षण देता है। उन्होंने कहा कि चर्चा सेमीकंडक्टर प्रशिक्षण, अनुसंधान और विकास में संयुक्त प्रयासों पर केंद्रित रही, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर में इवाते की विशेषज्ञता को गुजरात के बढ़ते सेमीकंडक्टर उद्योग के साथ जोड़ा गया, जिसे इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) का समर्थन प्राप्त है।
उन्होंने कहा कि यह यात्रा भविष्य में सहयोग का मार्ग प्रशस्त करती है, जिसमें छात्र और संकाय आदान-प्रदान, संयुक्त अनुसंधान और सेमीकंडक्टर उद्योग को मज़बूत करने के उद्देश्य से प्रशिक्षण कार्यक्रम शामिल हैं। आईआईटीजीएन नवाचार को बढ़ावा देने और उद्योग के विकास में सहयोग के लिए इवाते प्रान्त के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक है।
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(Udaipur Kiran) / Abhishek Barad