Kanya Sankranti 2025: कन्या संक्रांति 2025, जो 17 सितंबर को पड़ रही है, सूर्य के कन्या राशि में प्रवेश का प्रतीक है, जो वैदिक ज्योतिष और हिंदू रीति-रिवाजों में एक अत्यंत शुभ समय है. यह अवधि पितृ तर्पण, दान, आध्यात्मिक शुद्धि और पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आदर्श मानी जाती है. इस दिन पारंपरिक अनुष्ठान करने से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है, समृद्धि आती है और पितृ शांति होती है.
कन्या संक्रांति का महत्वज्योतिष शास्त्र में सूर्य के कन्या राशि में आने पर इसे पितरों की शांति और दान-पुण्य के कार्यों के लिए अत्यंत पवित्र समय माना गया है.कन्या राशि ज्ञान, सेवा, धर्म और कर्म का प्रतीक है. इसलिए इस दिन किए गए कर्म और दान अक्षय फल देते हैं.कहा जाता है कि इस समय सूर्यदेव पितृलोक के द्वार खोलते हैं और पितृ अपने वंशजों से तर्पण और श्राद्ध की अपेक्षा करते हैं.
कन्या संक्रांति 2025 का समयसूर्य के कन्या राशि में प्रवेश से धनु, मीन और वृषभ राशि वालों को विशेष लाभ मिलने की संभावना है.नौकरी, व्यापार और शिक्षा क्षेत्र में नए अवसर खुल सकते हैं. वहीं मिथुन और तुला राशि वालों को इस समय धैर्य और संयम रखने की आवश्यकता होगी. कन्या संक्रांति केवल राशि परिवर्तन नहीं, बल्कि पितृ कृतज्ञता और धर्म पालन का समय है. इस दिन स्नान, दान और पितृ तर्पण करने से व्यक्ति को पितरों का आशीर्वाद मिलता है और जीवन की बाधाएं दूर होती हैं.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. टीवी9 भारतवर्ष इसकी पुष्टि नहीं करता है.