निर्वाचन आयोग पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की तैयारियों के तहत आज से चुनाव अधिकारियों को प्रशिक्षण देना शुरू कर सकता है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी. पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. अधिकारी ने बताया, राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) मनोज अग्रवाल, अतिरिक्त सीईओ दिब्येंदु दास और अरिंदम नियोगी के साथ आज के प्रशिक्षण सत्र का नेतृत्व करेंगे.
इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि प्रशिक्षक बूथ स्तर के अधिकारियों (बीएलओ) को मतदाता सूची पुनरीक्षण प्रक्रिया को सुचारू और सटीक ढंग से पूरा करने के लिए मार्गदर्शन देने में सक्षम हों.’
बीएलओ को किया जाएगा प्रशिक्षितअधिकारी ने बताया कि आने वाले दिनों में राज्य भर के सहायक जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) और निर्वाचन पंजीकरण अधिकारियों (ईआरओ) को प्रशिक्षित किया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘इसके बाद ये अधिकारी बीएलओ को प्रशिक्षित करेंगे, जो जमीनी स्तर पर मतदाताओं तक सीधे पहुंच बनाने के लिए जिम्मेदार हैं.
उन्होंने कहा कि एडीएम और ईआरओ का प्रशिक्षण पूरा हो जाने के बाद, बीएलओ को एसआईआर अभियान के दौरान अपेक्षित फॉर्म भरने में मतदाताओं की सहायता करने के बारे में निर्देश प्राप्त होंगे. अधिकारी ने कहा कि बीएलओ से अपेक्षा की जाती है कि वे राज्य भर के घरों में जाकर विवरणों का सत्यापन करें और सुनिश्चित करें कि उचित दस्तावेज मौजूद हैं. यह एसआईआर से पहले आधारभूत कार्य का हिस्सा है.
घर-घर जाकर सत्यापन करेंगे बीएलओबातचीत में अधिकारी ने आगे बताया कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के लिए बीएलओ को यह जिम्मेदारी दी जाएगी कि वे लोगों के घर जाकर उनके दस्तावेजों की जांच करें और यह सुनिश्चित करें कि सब कुछ सही तरीके से दर्ज हो.
कोलकाता का दौरा करेंगे ज्ञानेश भारतीइसके साथ ही एक अहम निर्देश यह भी दिया गया कि साल 2002 की मतदाता सूची को जनवरी 2025 में प्रकाशित नवीनतम मतदाता सूची से मिलाया जाए. इसका उद्देश्य विशेष रूप से बुजुर्ग मतदाताओं की मदद करना है, जो शायद अपनी पात्रता साबित करने में परेशानी का सामना कर सकते हैं. हालांकि इन सभी तैयारियों के बीच इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी के लिए उप निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश भारती इसी हफ्ते कोलकाता का दौरा करेंगे.